आज हम बात करने जा रहे हैं भारत की शान जो कि दुनिया के अजूबों में शामिल हैं। जिसे प्यार की निशानी भी कहा जाता हैं ‘ताजमहल’ की। यह इमारत मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपने बेगम मुमताज के लिए बनवाया था। आज हम आपको इससे जुड़े विचित्र तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
हिंदुओ के अनुसार ताजमहल एक शिव मंदिर है जिसका असली नाम है “तेजोमहालय”। क्योकिं किसी भी मुस्लिम देश में ऐसी कोई इमारत नही है जिसके नाम में महल आए।
ताजमहल का रंग दिन में सफेद शाम को सुनहरा और सुबह गुलाबी दिखाई देता है ताजमहल अलग अलग रंगों में हर बार प्रतीत होता है तो कुछ लोग यह भी मानते हैं कि रंगों के बदलते पैटर्न से एक महिला के विभिन्न मूड को दर्शाया गया है।
ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक है हम सोचते हैं कि यह दुनिया की सबसे सुंदर इमारत है लेकिन इस में भी एक कमी है ताजमहल के मुख्य होल की छत मैं एक छेद है जो शहाजहां की एक उत्कृष्ट रचना बनाने का सपना तोड़ने का काम करता है।
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ताज़महल लकड़ियों पर खड़ा हुआ है। ये ऐसी लकड़ी है जिसे मजबूत रहने के लिए नमी की जरूरत होती है जो यमुना नदी से मिलती रहती हैं।
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ताजमहल के सभी फव्वारें एक साथ काम करते है क्योकिं सभी फव्वारों के नीचे एक तांबे का टैंक है। ये सभी टैंक एक साथ भरते है और दबाव बनने पर एक साथ पानी छोड़ते हैं।
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