जयपुर। राज्य पीसीपीएनडीटी दल ने बृहस्पतिवार देर शाम प्रदेश के पडोसी राज्यों में 7वीं कार्रवाई करते हुए बाड़मेर की महिला का भ्रूण लिंग परीक्षण कराते जालौर के 2 एजेंट के साथ साथ गुजरात के हिम्मतनगर जिले के खेडब्रह्म में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया है।
एनएचएम मिशन के निदेशक एवं राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी नवीन जैन ने बताया कि अवैध भ्रूण लिंग परीक्षण की सूचना प्राप्त होने पर डिकॉय ऑपरेशन की तैयारी की गई एवं बाडमेर से गर्भवती महिला को डिकॉय के लिए तैयार किया गया।
जालौर जिले के भीनमाल निवासी 28 वर्षीय मदन माली एवं उसी जिले के ही आहौर निवासी 40 वर्षीय भंवर सिंह गर्भवती महिला और उसकी सहयोगी महिला को लेकर भ्रूण लिंग परीक्षण कराने के लिए हिम्मत नगर के लिए रवाना हुए। इस क्रम में जालौर से बार-बार रास्ता बदलते हुए वे हिम्मतनगर जाने के बजाय खेड़ब्रह्म्र के प्रगति हॉस्पिटल गए।
उन्होंने बताया कि प्रगति हॉस्पिटल में 50 वर्षीय डॉ. गणेश पटेल द्वारा लिंग जांच कर बालिका शिशु का लिंग बताया गया और गर्भवती महिला को गर्भपात करवाने के लिए अलग से चार्ज लेने की बात बताई।
सहयोगी महिला का इशारा मिलते ही पीसीपीएनडीटी टीम ने तीनों लोगों को मौके से ही दबोच लिया और उनसे हूबहू नोट बरामद कर लिए गए। मौके पर ही डॉ. गणेश पटेल से 24 हजार रूपए, दलाल मदन माली से 3 हजार एवं भंवर सिंह से 10 हजार रुपए बरामद किए गए।
मिशन निदेशक ने बताया कि एमडी किए हुए डॉ. गणेश पटेल स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं और प्रगति हॉस्पिटल, गुजरात में रजिस्ट्रर्ड एक सोनोग्राफी सेन्टर है। कार्रवाई में एजेंट मदन माली की बोलेरो को भी जब्त कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि बाडमेर तथा जालौर से गर्भवती महिलाओं को गुजरात ले जाकर लिंग जांच करने की सूचना को पुख्ता करने के बाद एजेंट को लगातार सम्पर्क में रखा गया तथा बार बार टालमटोल करने के बाद एजेन्ट 13 अक्टूबर को लिंग जांच कराने के लिए तैयार हो गया।
मिशन निदेशक ने इस कार्रवाई में सहयोग करने के लिए गुजरात के स्थानीय प्रशासन को धन्यवाद दिया। राज्य पीसीपीएनडीटी दल द्वारा गुजरात में यह तीसरी कार्रवाई थी जो अब तक की 7वीं अन्तराज्यीय कार्रवाई है।
शुक्रवार को लिंग जांच में पकडे गए तीनों मुलजिमों को जालौर के पीसीपीएनडीटी कोर्ट में पेश कर रिमांड पर ले लिया गया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड ने सतर्कता दल को कार्रवाई के लिए बधाई दी है एवं इस ऑपरेशन में सहयोग हेतु मुखबिर व सहयोगी महिला को धन्यवाद दिया है।
उन्होंने लोगों से कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के लिए मुखबिर योजना के 104 नंबर पर टोल फ्री टेलीफोन पर गोपनीय जानकारी देने की भी अपील की है। मुखबिर योजना के तहत सफल डिकॉय कार्रवाई पर मुखबिर को प्रोत्साहन राशि के रूप में दो लाख रुपए दिए जाएंगे।