रीवा। उर्रहट-इलाहाबाद रोड स्थित शंकर नर्सिंग होम एवं प्रसूति गृह के संचालक डॉ. राम प्रसाद श्रीवास्तव उर्फ़ डॉ. आरपी श्रीवास्तव के प्रेमरोग का शुक्रवार को राजधानी भोपाल में इलाज हो गया।
दरअसल गत वर्ष उसके नर्सिंग होम में ट्रेनिंग करने पहुंची बीडीएस छात्रा पर डॉक्टर का दिल डोल गया था। उन्होंने मोबाइल नंबर हासिल कर लिया, लेकिन कुछ दिन खुद को संभाले रहे। इसके बाद एक दिन छात्रा को फोन लगाकर दिल का हाल बता दिया। अलबत्ता खुद की पहचान छिपाए रखी।
छात्रा ने प्रेम प्रस्ताव ठुकरा दिया तो डॉक्टर श्रीवास्तव खुद को प्रेमरोगी बताकर आए दिन जतन करते रहे। सुबह-शाम फोन आने लगे तो परेशान होकर छात्रा ने अपने दोस्तों को समस्या बताई। इलाज करने के तरीके पर विचार बना और छात्रा ने डॉक्टर को मिलने के लिए भोपाल बुला लिया।
विगत शुक्रवार 2 जून को होशंगाबाद रोड पर नए-नवले शॉपिंग कॉम्पलेक्स के तयशुदा स्पॉट पर शाम करीब साढ़े पांच बजे प्रेमरोगी शंकर नर्सिंग होम एवं प्रसूति गृह के संचालक डॉ. राम प्रसाद श्रीवास्तव उर्फ़ डॉ. आरपी श्रीवास्तव पहुंचे तो छात्रा और उसके साथियों ने जमकर इलाज किया। इस दौरान डॉक्टर श्रीवास्तव छात्रा को बेटी-बेटी कहकर माफी मांगते रहे। पिटाई के बाद डॉक्टर को पुलिस के हवाले कर दिया गया। छात्रा निजी कॉलेज में बीडीएस सेकंड ईयर की छात्रा है।
उसने बताया कि अक्टूबर 2015 में वह रीवा स्थित शंकर नर्सिंग होम एवं प्रसूति गृह में ट्रेनिंग करने गई थी। इस दौरान तमाम डॉक्टरों से पहचान हुई थी।
दोस्तों के साथ मिलकर बनाई योजना
छात्रा ने शंकर नर्सिंग होम एवं प्रसूति गृह के संचालक डॉ. राम प्रसाद श्रीवास्तव उर्फ़ डॉ. आरपी श्रीवास्तव की हरकतों के बारे में दोस्तों को बताया और फिर डॉक्टर को सबक सिखाने की योजना बनाई। छात्रा ने डॉक्टर को मिलकर बात करने को कहा तो एकतरफा इश्क में पागल डॉ. आरपी श्रीवास्तव गुरुवार को ही भोपाल पहुंच गया।
उसने छात्रा को एमपी नगर के किसी होटल में आने को कहा, लेकिन छात्रा ने बहाना बना दिया। शुक्रवार को फोन आया तो शॉपिंग कॉम्पलेक्स के पास बुला लिया। शाम को डॉक्टर तय स्थान पर पहुंचा तो यहां पहले से मौजूद छात्रा के साथ आए तीन युवकों ने डॉक्टर के प्रेमरोग का करीब आधे घंटे तक लात-घूंसों से इलाज किया।
फोन मत लगाओ, मेरा घर तबाह हो जाएगा
युवकों ने डॉक्टर का फोन छीना और उसकी बीवी को फोन लगाने को कहा तो डॉक्टर घुटनों के बल बैठ गया और युवकों को पैर पकड़ लिए। बोला फोन मत लगाओ। मेरा घर तबाह हो जाएगा। मेरी एक बेटी है, उसकी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी।
डॉक्टर ने वहां जमा भीड़ के सामने छात्रा के पैर छूकर बार-बार माफी मांगी। युवकों ने 100 डायल पर कॉल करके पुलिस बुलाई और आरोपी को मिसरोद थाना ले गए। हालांकि, छात्रा ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। पुलिस ने छात्रा से आवेदन लेकर आरोपी को हिरासत में ले लिया और सुधर जाने की सख्त हिदायत देकर छोड़ दिया।