वाशिंगटन। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कैंसस में भारतीय इंजीनियर की हत्या और यहूदियों को निशाने बनाने की निंदा की और कहा कि अमेरिका नफरत की भर्त्सना करने के लिए एकजुट है।
उल्लेखनीय है कि अमरीका के राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप पहली बार कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रहे थे। भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीवोतला और उनके दोस्त आलोक मदासानी पर एडम पुरिंटन नामक अमरीकी नागरिक ने गोलियां चलाई थी और कथित तौर पर चिल्ला कर कहा था, “मेरे देश से बाहर निकलो।”
ट्रंप ने वचन दिया कि वह अमरीकी उत्साह फिर से जिंदा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे असंभव सपने पूरे होते दिख रहे हैं। हम अमरीकी महानता के नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं।
इस दौरान राष्ट्रपति ने यहूदियों के कब्रिस्तान में तोड़फोड़ की निंदा की और कहा कि हमारी राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन नफरत की निंदा करने के लिए पूरा देश एकजुट है।
उन्होंने ट्रांस पैसिफिक साझीदारी समझौता रद्द करने के निर्णय का बचाव किया और कहा कि मेक्सिको-अमरीका सीमा पर दीवार बनाने का काम चल रहा है। राष्ट्रपति ने कांग्रेस से कहा कि नया प्रवासी कानून लागू होगा।
उन्होंने बेरोजगारी खत्म करने और मजदूरी बढ़ाने, अरबों डॉलर की बचत करने और अमरीकियों को और अधिक सुरक्षित बनाने का आश्वासन दिया। लेकिन कहा कि यह सब अराजकता के माहौल में संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि हर अमरीकी कामयाब हों। ट्रंप ने कहा कि वह मुक्त व्यापार के पक्ष में हैं, लेकिन पक्षपात के खिलाफ हैं। उन्होंने इस्लामिक आतंकवाद की निंदा की और और आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट को खत्म करने का वादा किया।
ट्रंप ने अपने भाषण के दौरान सांसदों से स्कूलों की मदद करने की अपील की ताकि लाखों लातिन अमरीकी और अफ्रीकी अमेरिकी मूल के गरीब बच्चों को फायदा हो और वे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें।