न्यूयॉर्क। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-अमरीका परमाणु सहयोग की आधारशिला रखने में मदद करने वाले केनिथ जस्टर को भारत का नया राजदूत नियुक्त किया है।
व्हाइट हाउस ने शुक्रवार शाम इसकी घोषणा की। इसके लिए सीनेट से मंजूरी ली जानी जरूरी है। जस्टर को नामित किया जाना भारत के साथ आर्थिक, व्यापारिक और सामरिक संबंधों को मजबूत करने की ट्रंप की इच्छा को रेखांकित करता है।
जस्टर (62) जनवरी से जून के बीच अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मामलों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उप सहायक रह चुके हैं। वह 2001 से 2005 के बीच पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के वाणिज्य अवर सचिव रह चुके हैं।
जस्टर इस समय विदेश मंत्रालय के कार्यवाहक सलाहकार के पद पर हैं। रिचर्ड वर्मा द्वारा जनवरी में इस्तीफा देने के बाद से यह पद रिक्त था।
वाणिज्य अवर सचिव के तौर पर जस्टर ने भारत और अमेरिका के बीच असैन्य परमाणु सहयोग विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अपने कार्यकाल में उन्होंने अमरीका-भारत उच्च प्रौद्योगिकी सहायता समूह की स्थापना और अध्यक्षता की और नेक्स्ट स्टेप्स इन स्ट्रैटेजिक (एनएसएसपी) पहल विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।
एनएसएसपी ने असैन्य परमाणु और अंतरिक्ष सहयोग और उच्च तकनीकी व्यापार बढ़ाने की आधारशिला रखी थी।
अपने इन सभी योगदानों के लिए अमरीका-भारत व्यापार परिषद ने 2004 में उन्हें ‘ब्लैकविल अवॉर्ड’ से सम्मानित किया था।
2005 में बुश प्रशासन छोड़ने और इस साल ट्रंप प्रशासन से जुड़ने के बीच जस्टर ने प्रौद्योगिकी कंपनी ‘सेल्सफोर्स डॉट कॉम’ के कार्यकारी उपाध्यक्ष और वैश्विक निवेश कंपनी वॉल्टर पिन्कस के प्रबंध निदेशक के तौर पर काम किया। जस्टर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं।
वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वेदरहेड सेंटर फॉर इंटरनेशनल अफेयर्स के अध्यक्ष और एशिया फाउंडेशन के उपाध्यक्ष के तौर पर भी काम कर चुके हैं।