वाशिंगटन। जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए ओबामा काल की नीतियों को खत्म करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
राष्ट्रपति का कहना है कि इससे कोयले को लेकर विरोध और नौकरियां खत्म करने वाली नीतियां खत्म होंगी। इस आदेश के तहत पूर्व राष्ट्रपति ओबामा के कार्यकाल के दौरान लागू की गई क़रीब आधा दर्जन नीतियां रद्द कर दी गई हैं। इससे जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा।
उद्योग जगत ने ट्रंप के इस आदेश की सराहना की है, लेकिन पर्यावरण सुरक्षा समूहों ने इसकी निंदा की है। पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी के भवन में इस नए कार्यकारी आदेश पर मुहर लगाते हुए ट्रंप ने कहा कि सरकार कोयले को ले कर जारी लड़ाई का अंत कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि आज के कार्यकारी आदेश के साथ मैं अमरीकी ऊर्जा पर लगे प्रतिबंधों, सरकारी रोक टोक और नौकरियां ख़त्म करने वाली नीतियों के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठा रहा हूं।
अपने चुनावी अभियान के दौरान ट्रंप ने कहा था कि वो साल 2015 में हुए जयवायु परिवर्तन समझौते से अमरीका को अलग कर देंगे। ट्रंप के इस कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पर्यावरणविदों ने कहा कि वे राष्ट्रपति के इस आदेश को न्यायालय में चुनौती देंगे।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार पर्यावरण बचाने की मुहिम से जुड़े अरबपति कार्यकर्ता टॉम स्टेयर ने कहा है कि यह अमरीकी मूल्यों का अपमान है और इससे सभी अमरीकी के स्वास्थ्य के लिए ख़तरा पैदा हो गया है।
वकील डेविड डॉनिजर ने बीबीसी को बताया कि मुझे लगता है कि यह कार्यकारी आदेश कार्य योजना की जगह पर जलवायु विनाश योजना है। उन्होंने कहा कि वे इस आदेश को कोर्ट में चुनौती देंगे।