कोलकाता। राज्य में सेना तैनाती को लेकर केंद्र व राज्य सरकार के बीच उत्पन्न विवाद के बीच शुरूआत में ममता बनर्जी के समर्थंन में उतरी कांग्रेस अब इस मुद्दे पर संभल कर प्रतिक्रिया दे रही है।
कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि सेना को लेकर राजनीति नहीं होना चाहिए। शनिवार को कांग्रेस के कोलकाता स्थित प्रदेश कार्यालय विधान भवन में संवाददाताओं से बातचीत में सचिन पायलट ने कहा कि भारतीय सेना हमारा गर्व है और केंद्र अथवा राज्य सरकार राजनीतिक मामलों में सेना को घसीटने का प्रयास ना करे।
उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकार को बताए बगैर सेना तैनात की गई हो तो इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सेना के साथ-साथ गृह मंत्रालय को भी स्पष्टीकरण देना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि सीमा पर सेना के जवान मौजूद हैं इसीलिए हम खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। ऐसे में केंद्र अथवा राज्य सरकार बेवजह सेना को राजनीतिक मामलों में घसीटने का प्रयास ना करे।
नोटबंदी के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि इस तरह के फैसले लेने से पहले पर्याप्त तैयारी की जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि केंद्र ने दावा किया था कि पांच सौ व हजार के नोट बंद होने से आतंकवाद का अर्थिक दमन होगा लेकिन देखने में आ रहा है कि नोटबंदी के बाद आतंकवादी गतिविधियां और बढ़ी है।