नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार से बर्खास्त किए गए मंत्री कपिल मिश्रा की मां अन्नपूर्णा मिश्रा ने शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में उनसे ‘झूठ नहीं बोलने’ और आप नेताओं की विदेश यात्राओं का ‘खुलासा’ करने का आग्रह किया। अन्नपूर्णा मिश्रा भारतीय जनता पार्टी की नेता हैं।
पूर्व जल मंत्री कपिल मिश्रा अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठे हुए हैं। अन्नपूर्णा ने अपने पत्र में कहा कि उन्हें अपने बेटे और उसके अनशन पर गर्व है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरा बेटा आप से (केजरीवाल से) सवाल पूछेगा और आप बचते नजर आएंगे। जब भी मैं आप से मिली, आप हमेशा सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी की बात करते मिले।
उन्होंने कहा कि आप ने कपिल के साथ काम किया, लेकिन उसे कभी नहीं समझ सके। वह बहुत जिद्दी है। उसने तीन दिनों से कुछ भी नहीं खाया है। एक मां के रूप में मेरा आप से आग्रह है कि जो उसने छोटी जानकारी मांगी है, उसे दे दें।
अपनी भावनात्मक अपील में कपिल की मां ने कहा कि वह (कपिल) किसी के एजेंट नहीं हैं, बस सच्चाई के पक्ष में हैं। उन्होंने पत्र में लिखा है कि झूठ मत बोलें, भगवान से डरें।
अन्नपूर्णा मिश्रा साल 2012 में दिल्ली नगर निगम के तीन भागों में विभाजित होने के बाद पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) की पहली मेयर रही हैं।
केजरीवाल से अपने परिवार के संबंध का जिक्र करते हुए कपिल मिश्रा की मां ने कहा कि याद करिए जब आप मेरे घर आए थे और कहा था कि मैं कपिल को पार्टी में लेना चाहता हूं और चुनाव लड़ाना चाहता हूं लेकिन वह मान नहीं रहा है। वह सिर्फ आंदोलन का हिस्सा रहना चाहता था। लेकिन आप मेरे पास आए और कहा कि आप को उसकी जरूरत है।
अन्नापूर्णा ने लिखा है कि केजरीवाल ने उनसे एक बार कहा था कि जब उनके 28 विधायक दिल्ली में जीते थे तो उन्होंने विधायकों को मोहल्ला सभा का एक वीडियो दिखाया था जिसका संचालन उन्होंने (अन्नापूर्णा ने) किया था। अन्नापूर्णा ने कहा और आज आप ही के लोग मुझे भी भ्रष्टाचारी कह रहे हैं और आप चुप हैं।
आप आदमी पार्टी से निलंबित किए गए नेता कपिल मिश्रा बुधवार से अपने आधिकारिक निवास के बाहर भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने केजरीवाल से बीते दो सालों में आप के पांच नेताओं के विदेशी दौरों के लिए रकम के स्रोत का खुलासा करने की मांग की है। इन नेताओं में संजय सिंह, आशीष खेतान, सत्येंद्र जैन, राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक शामिल हैं।
कपिल मिश्रा को पहले मंत्री पद से हटाया गया और बाद में मिश्रा द्वारा मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाने के बाद आप से निलंबित कर दिया गया।