वाराणसी । काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री डा. लालजी का रविवार की शाम निधन हो गया। वह 70 साल के थे। हृदयाघात के बाद उन्हें BHU के सर सुंदरलाल अस्पताल की आइसीयू में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान रात करीब 10 बजे उन्होंने अंतिम सांसें लीं।
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डा. राजेश सिंह बताया कि डा. लालजी सिंह तीन दिन पहले अपने गांव आए थे। वह रविवार की शाम हैदराबाद जाने के लिए फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। उनकी फ्लाइट शाम साढ़े पांच बजे थी। इससे पहले ही करीब चार बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ गया।
लालजी सिंह को डीएनए फिंगर प्रिंट का जनक भी कहा जाता है। उनकी जिनोम नाम से कलवारी में ही एक संस्था है। इसमें रिसर्च का कार्य होता है।