कोलकाता। कोलकाता व आस-पास के जिलों में बड़े पैमाने पर नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त करने वाले नेटवर्क का खुलासा होने के बाद इस मामले में गिरफ्तारियों का सिलसिला लगातार जारी है।
इसी क्रम में शनिवार रात सीआईडी ने मामले के खुलासे के बाद से फरार चल रहे चिकित्सक तपन विश्वास को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की। मामले के खुलासे के बाद से ही सीआईडी तपन विश्वास की तलाश कर रही थी।
वह मेमारी थाना इलाके के श्रीपल्ली इलाके में छुपा हुआ था। सीआईडी ने उसकी गिरफ्तारी के लिये पहले से जाल फैला रखा था। गत रात श्रीपल्ली से ही उसे गिरफ्तार किया गया।
सीआईडी सूत्रों के अनुसार बादुडिया के जिस नर्सिंग होम से नवजात बच्चों की तस्करी होती थी उसके साथ चिकित्सक तपन विश्वास जुडा हुआ था। जो लोग प्रसव के लिये वहां आते थे उन्हें गलत जानकारियां देकर भ्रमित करने की काम वही करता था।
इसके साथ ही वह यह भी सुनिश्चित करता था कि नर्सिंग होम में आने वाले लोग वहां से किसी अन्य अस्पताल में जाने के बारे में ना सोचे। सीआईडी गिरफ्तार तपन विश्वास से सघन पूछताछ करक रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले इस मामले में कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के पूर्व चिकित्सक संतोष सामंत को गिरफ्तार किया गया था। शनिवार को इस मामले में एक और गिरफ्तारी हुई।
इस दिन सीआईडी ने शिशु तस्करी में शामिल होने के आरोप में वासंती चक्रवर्ती नामक महिला को हिरासत में लिया था। इससे पहले गुरूवार की रात कोलकाता के ठाकुरपुकुर के एक होम से दस बच्चे बरामद किए गए थे।
होम के कर्मियों ने पुलिस को बताया था कि विमल अधिकारी वासंती चक्रवर्ती उन बच्चों को वहां लेकर आये थे। पुलिस विमल अधिकारी को अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन वासंती फरार थी।
शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने उसे ठाकुरपुकुर इलाके से हिरासत में लिया गया। पूछताछ के बाद रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
गौरतलब है कि शिशु तस्करी मामले में कोलकाता के कुछ निजी अस्पतालों की संलिप्तता उजागर होने के बाद उनके मालिकों को भी गिरफ्तार किया गया था।
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