मुंबई। यूएस एफडीए के बाद दवा कंपनियों के खिलाफ भारतीय रेगुलेटर भी सख्त हो गया है। भारतीय दवा रेगुलेटर करीब 200 कंपनियों की जांच कर रहा है। दूसरे चरण की जांच सोमवार से शुरू हुई है।
भारतीय दवा रेगुलेटर की ओर से उत्पादन मानक और क्वालिटी की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि अगर कंपनियां जांच में खरा नहीं उतरती हैं तो उनका नोटिस जारी किया जा सकता है।
गौरतलब है कि भारत में पहली बार इस तरह की कोई जांच हो रही है। अब तक करीब 36 प्लांट की जांच हुई है। भारतीय दवा रेगुलेटर की इस जांच से सन फार्मा, सिप्ला, फायजर, डॉ रेड्डीज, अरबिंदो फार्मा और वॉकहार्ट जैसी दवा कंपनियों पर असर देखने को मिल सकता है।