नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ई-रिक्शा चालक रवीन्द्र कुमार की हत्या के मामले में दिल्ली विश्वविद्यालय के एक छात्र और उसके नाबालिग सहयोगी को गिरफ्तार किया है।
ई-रिक्शा चालक ने उत्तरी दिल्ली के जीटीबी मेट्रो स्टेशन के पास उन्हें पेशाब करने से मना किया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
ई-रिक्शा चालक की शनिवार रात को हत्या कर दी गई थी, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख जाहिर किया और पुलिस से आरोपियों को पकड़ने को कहा था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी छात्र शेखर कापासिया की उम्र 19 साल है, जबकि उसका साथी नाबालिग (17 वर्ष) है। दोनों को सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों को मंगलवार की रात को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया गया है, जहां वो छुपे हुए थे।
कापासिया मालवीय नगर के श्री अरविन्दो कॉलेज का बी कॉम सेकेंड इयर का छात्र है। जबकि, नाबालिग दक्षिण दिल्ली के एक स्कूल का छात्र है। पुलिस ने बताया कि दोनों मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं।
पुलिस उपायुक्त मिलिंद महादेव दुमबेरे ने बताया कि हम पांच अन्य युवाओं की पहचान कर चुके हैं। शनिवार को ई-रिक्शा चालक रवीन्द्र कुमार की हत्या में शामिल अपने सहयोगियों के ठिकाने का पता लगाने के लिए कपासिया और किशोर से पूछताछ की जा रही है।
सात पुलिस टीमों और अपराध शाखा की एक टीम बाकी आरोपियों की तलाश में उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अभियान चला रही है।
दुमबेरे ने कहा कि दोनों आरोपियों ने जांचकर्ताओं को बताया कि रविंद्र कुमार के साथ कहासुनी में गालियां दी गई थीं। इससे उनके निजी सम्मान को ठेस पहुंची।
उन्होंने बदला लेने की ठानी और बाद में अपने दोस्तों के साथ लौटे। इन दोस्तों में से एक ने तौलिये में पत्थर बांधकर कुमार पर कई प्रहार किए थे।