जकार्ता। इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.5 मापी गई। भूकंप से हुए हादसों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, सात लोग घायल हो गए और 950 इमारतें ध्वस्त हो गईं। अधिकारियों ने यह जानकारी शनिवार को दी।
आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में दो महिलाएं शामिल हैं, जिनकी उम्र क्रमश: 80 और 34 वर्ष है। जिस पुरुष की मौत हुई है, वह 60 साल का था। एफे न्यूज के मुताबिक अपने ही मकान के गिरने से मलबे में दबकर तीनों की मौत हो गई।
इंडोनेशिया के मौसम, जलवायु और भू-भौतिकी विज्ञान एजेंसी (बीएमकेजी) ने कहा कि भूकंप का पहला झटका शुक्रवार रात 11.47 बजे आया। भूकंप का केंद्र पश्चिमी जावा के दक्षिण पश्चिम में स्थित शहर सुकाबुमी में 50 किमी की गहराई में स्थित था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक भूकंप का दूसरा झटका 42 मिनट बाद आया। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.2 मापी गई और इसका केंद्र तसिकमलाया रीजेंसी प्रांत में कवालु के दक्षिण पश्चिम 74 किलोमीटर दूर 105 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
भूकंप का तीसरा झटका लगभग इसी समय महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.9 रही। इसका केंद्र भी तसिकमलाया के दक्षिण पश्चिम में 11 किलोमीटर दूर 107 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
बीमएकेजी एजेंसी ने भूकंप के कुछ देर बाद तीन प्रांतों पश्चिम जावा, मध्य जावा और योग्यकर्ता में सुनामी की चेतावनी जारी की और दो घंटे बाद इसे वापस ले ली।
इंडोनेशिया के आपदा शमन एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पूर्वो नुग्रोहो ने कहा कि भूकंप से पश्चिम और मध्य जावा में दो लोगों की मौत हो गई।
नुग्रोहो ने कहा कि भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र पंगनडारन, तासिकमलाया, सियामिस, बंजर, गेरूट, सिलाकैप, केबुमन, पेकालोंगन, बनयूमस, ब्रेब्स और बंजरनेगारा हैं।
नुग्रोहो ने यह भी कहा कि पश्चिम और मध्य जावा प्रांतों में स्थित रीजेंसियों में भूकंप का सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि दोनों प्रांतों में सात लोग घायल हो गए और इसके साथ ही 100 से अधिक घर नष्ट हो गए।