मेक्सिको। मेक्सिको में शुक्रवार को आए 8.2 तीव्रता के भूकंप से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई। भूकंप के बाद सुनामी की लहरें उठीं। मेक्सिको के राष्ट्रपति ने इसे सदी का सबसे शक्तिशाली भूकंप कहा है।
अमरीकी जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) की रिपोर्ट के मुताबिक, यह भूकंप प्रशांत तट से 120 किमी की दूरी पर मेक्सिको के टेरेस पिकोस के दक्षिण पश्चिम में आया। यह मेक्सिको सिटी से 1000 किमी दक्षिणपूर्व में है। मेक्सिको व आसपास के देशों के लिए एक सुनामी चेतावनी जारी की गई है। इसमें तीन मीटर तक लहरों के उठने की संभावना है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक भूकंप का केंद्र दक्षिणी मेक्सिको के राज्य चियापास के तट पर था, लेकिन इसने 600 मील दूर मेक्सिको की राजधानी तक को हिला दिया, जिससे बिजली आपूर्ति फेल हो गई और नुकसान हुआ। स्थानीय प्रसारक टेलिविसा ने दक्षिणी मेक्सिको से मिली खबरों के हवाले से कहा कि 15 लोग मारे गए हैं।
मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना निटो ने कहा कि भूकंप की तीव्रता 8.2 मापी गई और यह 100 सालों में सबसे शक्तिशाली भूकंप रहा है, जबकि अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने भूकंप की तीव्रता 8.1 मापी है।
देश भर के करीब 5 करोड़ लोगों ने भूकंप को महसूस किया। इस भूकंप के झटके की वजह से मेक्सिको सिटी के निवासियों को मध्यरात्रि में सड़कों पर आने को मजबूर होना पड़ा।
इससे खिड़कियां टूट गई, दीवारें गिर गईं और शहर भयावह तरंगों में घिरता दिख रहा था। भूकंप ने यहां तक कि शहर के स्मारक एंजल ऑफ इंडिपेंडेंस को हिला दिया। इसका दक्षिणी राज्य चियापास व ओक्साका में प्रभाव ज्यादा गंभीर है।
गर्वनर मैनुएल वेलास्को ने मिलनिओ टीवी से कहा कि चार लोग चियापास राज्य के सन क्रिस्टोबाल डि लास कसास में मारे गए हैं, इसमें दो महिलाएं हैं। इन लोगों की मौत इमारत गिरने से हुई। उन्होंने कहा कि भूकंप से अस्पताल व स्कूलों को भी नुकसान पहुंचा है।
भूकंप का असर ग्वाटेमाला में भी हुआ है, जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई और मेक्सिको से लगी सीमा पर घर गिर गए हैं। वहां बहुत से लोगों को 7.3 तीव्रता वाले भूकंप से चोटें आईं है। यहां भूकंप मेक्सिको में भूकंप के घंटे भर बाद आया।