कोलकाता। ब्रेन डेथ घोषित किए जाने के बाद समर चक्रतर्वी के अंगों का दान करने का इरादा उनका परिवार ने व्यक्त किया था। समर चक्रतर्वी के शरीर से लीवर निकालकर उसका सफल प्रत्यारोपण हावडा के शिवपुर निवासी माधुरी साहा के शरीर में कर दिया गया।
लीवर प्रत्यारोपित किए जाने के बाद माधुरी साहा की हालत ठीक है। उनके परिवार में खुशी लौट आई है। लीवर रोग से पीडित माधुरी करीब एक साल से अस्पताल में जीवन और मौत से जूझ रही थी। माधुरी को 15 दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा।
लीवर प्रत्यारोपित करने के लिए 10 डॉक्टरों की एक विशेष टीम बनाई गई थी। स्वास्थ्य विभाग के एडिशनल डायरेक्टर अदितिकिशोर सरकार ने बताया कि अंगदान करने के बारे में और ज्यादा जागरुकता फैलाए जाने की जरुरत है।
ब्रेन डेथ घोषित किए जाने के बाद बचने की कोई संभावना नहीं रहती। लेकिन मरे व्यक्ति के परिवार अंगदान कर किसी मरीज को जीवनदान दे सकते हैं। वहीं समर चक्रवर्ती का कार्निया गैरसरकारी अस्पताल के आई बैंक में रखा जाएगा।