मुंबई। इकोनॉमिक सर्वे साफ संकेत दे रहा है कि ग्रोथ की रफ्तार सुस्त पडऩे जा रही है और इसकी एक बड़ी वजह है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत। सरकार निवेश बढ़ाती है तो फिस्कल डेफिसिट बढऩे का खतरा होगा।
वहीं ग्रोथ के लिए बड़ा पैसा चाहिए, वो कहां से आएगा। महंगाई, रोजगार और टैक्स जैसे बड़े मुद्दे भी सरकार के सामने हैं। ऐसे में बड़ा सवाल है कि वित्त मंत्री बजट में क्या बोल्ड फैसले लेंगे?
संसद में पेश किए गए इकोनॉमिक सर्वे में अगले वित्तीय वर्ष के लिए अच्छी तस्वीर पेश की है। सर्वे में अगले साल जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी से लेकर 7.75 फीसदी के बीच रहने का अनुमान लगाया है।
वहीं वित्त वर्ष 2016 में जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी रहने का अनुमान है। हालांकि अगले कुछ साल में 8 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान है। इकोनॉमिक सर्वे के मुताबिक 7वें वेतन आयोग के कारण महंगाई बढऩे के आसार कम हैं।
इकोनॉमिक सर्वे में महंगाई 4.5 फीसदी से लेकर 5 फीसदी के बीच रहने की बात कही गई है। वहीं वित्त वर्ष 2017 में करेंट अकाउंट घाटा, जीडीपी का 1-1.5 फीसदी रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2016 में 3.9 फीसदी के वित्तीय घाटे के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। वित्त वर्ष 2017 में वित्तीय घाटे की स्थिति चुनौती भरी रहेगी।
इकोनॉमिक सर्वे में कई बोल्ड सुझाव भी दिए गए हैं। इनमें इनकम टैक्स छूट खत्म करने और खेती से कमाई पर टैक्स लगाने के सुझाव हैं। कॉरपोरेट टैक्स को 30 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी जल्द से जल्द किए जाने का सुझाव है।
प्रॉपर्टी पर टैक्स बढ़ाने के सुझाव दिए गए हैं। सरकार ने बैंकों में 70000 करोड़ रुपए की पूंजी डालने का ऐलान किया है, लेकिन वित्त वर्ष 2019 तक बैंकों को 1.8 लाख करोड़ रुपये की पूंजी की जरूरत पड़ेगी।
कैसी रहेगी बाजार की चाल, कहां होगी कमाई
मार्केट की चाल सोमवार को पेश होने वाले बजट पर निर्भर है। अगर बजट में कैपिटल गेन टैक्स के साथ छेड़छाड की गई तो बाजार में तेज गिरावट होगी। अगर कैपिटल गेन टैक्स से कुछ भी छेड़छाड़ नहीं किया जाता है तो बाकी बजट में कुछ भी हो मार्केट ऊपर की तरफ ही जाएगा।
निवेशकों को वीके शर्मा की सलाह है कि बजट को ज्यादा तवज्जों न दें। ये थोड़े दिनों की बात है। आगे बाजार क्रूड की चाल और ग्लोबल संकेतों के आधार पर ही चलेगा। लेकिन सोमवार के लिए बजट ही ज्यादा महत्वपूर्ण है।
अगर निफ्टी के टेक्निकल लेवल की बात करें तो 6860 का स्तर निफ्टी के लिए काफी अहम है। अगर ये लेवल टूटता है तो 6650 का स्तर दूसरा स्तर है जो देखने को मिल सकता है।
आज का वैल्यू पिक है एनआईआईटी। ये एजूकेशन स्पेस का शेयर है, इसका मूलभूत ढ़ांचा बदल चुका है। इसलिए इसको वैल्यू पिक के तौर पर चुना है। इस शेयर का मौजूदा भाव है करीब 69 रुपये। ये शेयर पहले भी 100 रुपये तक जा चुका है। अब ये वापिस 69 रुपये पर आ गया है तो ये समय है इस शेयर को दोबारा देखने का।