नई दिल्ली। अरविंद पनगढ़िया के इस्तीफा देने के बाद नीति आयोग में रिक्त हुए उपाध्यक्ष पद पर अर्थशाीस्त्री राजीव कुमार को नियुक्त किया गया।
पनगढ़िया ने एक अगस्त को कोलंबिया विश्वविद्यालय में अध्यापन के अपने पुराने कार्यकाल को आगे बढ़ाने का हवाला देते हुए नीति आयोग के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) के वरिष्ठ सदस्य कुमार पुणे के गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिक्स के कुलाधिपति भी हैं। इसके अलावा कुमार ने गैर लाभकारी संस्था पहले इंडिया फॉउंडेशन की भी स्थापना की है, जो नीति आधारित अनुसंधान एवं विश्लेषण का काम करता है।
सीपीआर आने से पहले कुमार देश के अग्रणी उद्योग मंडल फिक्की के महासचिव थे। इसके अलावा कुमार अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संबंधों पर अनुसंधान के लिए भारतीय परिषद (आईसीआरआईईआर) में निदेशक और मुख्य कार्यकारी भी रहे तथा कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) के मुख्य अर्थशाीस्त्री के तौर पर भी अपनी सेवाएं दीं। कुमार एशियन डेवलपमेंट बैंक और इंडियन मिनिस्ट्रीज ऑफ इंडस्ट्रीज एंड फाइनेंस में भी पदस्थ रहे।
इस समय वह कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में भी पदस्थ हैं, जिनमें रियाद स्थित किंग अब्दुल्ला पेट्रोलियम स्टडीज एंड रिसर्च सेंटर, जकार्ता में आसियान और एशिया की इकोनॉमिक रिसर्च इंस्टीट्यूट, भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेज ट्रेड शामिल हैं।
कुमार 2006 से 2008 के बीच भारत सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के भी सदस्य रहे। कुमार के अलावा पेशे से चिकित्सक विनोद पॉल को नीति आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है। पॉल एम्स में बाल रोग विशेषज्ञ हैं।