नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को दिल्ली के व्यापारी गगन धवन के खिलाफ पांच हजार करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में एक आरोप-पत्र दाखिल किया। आरोप-पत्र अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सिद्धार्थ शर्मा की अदालत में दाखिल किया गया, जिन्होंने जांच रपट पर विचार के लिए तीन जनवरी की तिथि तय की है।
धवन को धनशोधन रोकथाम अधिनियम के अंतर्गत संदेसारा समूह द्वारा 5,000 करोड़ रुपए की बैंक धोखाधाड़ी से संबंधित मामले में संलिप्तता के लिए दक्षिणी दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया।
ईडी ने आरोप लगाया है कि वह पैसे का इस्तेमाल संपत्ति खरीदने और नकली कंपनी में पैसे लगाने के लिए कर रहा था। ईडी अधिकारियों के अनुसार धवन ने वड़ोदरा स्थित स्टलिर्ंग बायोटेक कंपनी से संबंधित बैंक ऋण धोखाधड़ी में सहयोग किया।
ईडी ने धनशोधन का मामला तब दर्ज किया, जब इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने स्टर्लिग बायोटेक और उसके निदेशकों -चेतन जयंतीलाल संदेसारा, दिप्ती चेतन संदेसारा, राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित, नितिन जयंतीलाल संदेसारा और विलास जोशी और अन्य के खिलाफ कथित रूप से बैंक धोखाधड़ी के लिए मामला दर्ज किया था।