नई दिल्ली। करीब 9000 करोड़ रुपए का करीब 17 बैंकों का कर्ज न चुकाने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या को प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है।
निदेशालय ने सीबीआई की शिकायत पर मनी लांड्रिंग निवारक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस बीच बीते दो मार्च को माल्या देश छोड़कर विदेश चले गए हैं।
बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइन्स के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी ए रघुनाथन शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने हाजिर हुए। एयरलाइन्स द्वारा आईडीबीआई बैंक को 900 करोड़ रुपए का कर्ज नहीं चुकाने पर ईडी ने तलब किया था।
प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध धन के कारोबार पर रोक लगाने वाले मनीलांडरिंग निवारक अधिनियम के प्रावधानों के तहत आईडीबीआई बैंक के और विजय माल्या के नेतृत्व वाली किंगफिशर एयरलाइन्स के छह से अधिक कर्मचारियों को समन जारी करके उन्हें अपने पिछले पांच साल के वित्तीय ब्योरे और आयकर रिटर्न पेश करने को कहा है।
विवादों में घिरे उद्योगपति विजय माल्या ने शुक्रवार सुबह एक ट्वीट करके कहा कि मैं अंतरराष्ट्रीय उद्योगपति हूं और अपने बिजनेस के सिलसिले में अक्सर भारत से बाहर जाता रहता हूं। मैं भारत से भागा नहीं हूं और न ही मैं कोई भगोड़ा हूं। सब बकवास है।
माल्या ने आगे कहा कि भारतीय सांसद होने के नाते मैं देश के कानून का पूरा सम्मान करता हूं और उसका पालन करूंगा। हमारी न्यायिक प्रणाली सुदृढ़ और सम्मानित है लेकिन मीडिया की ओर से कोई ट्रायल नहीं होना चाहिए।
मीडिया के मालिक उस मदद, अहसानों और सुविधाओं को न भूलें, जो उन्होंने कई साल तक उन्हें उपलब्ध कराई हैं। अब टीआरपी हासिल करने के लिए झूठ बोल रहे हैं? माल्या ने उन खबरों पर भी सवाल उठाया, जिनमें कहा गया कि उन्हें अपनी संपत्ति की घोषणा करनी चाहिए।
माल्या ने कहा कि क्या इसका यह अर्थ है कि बैंकों को मेरी संपत्ति की जानकारी नहीं थी या उन्होंने मेरी संसदीय घोषणाएं नहीं देखी थीं?