जम्मू। जम्मू एवं कश्मीर सरकार ने सोमवार को अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद मंगलवार को सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया है और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंटरनेट पर भी रोक लगा दी है।
अनंतनाग जिले में अमरनाथ तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था, जिसमें छह महिलाओं सहित सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 19 घायल हो गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर जम्मू जिले में सभी शैक्षणिक संस्थान आज (मंगलवार) बंद रहेंगे। श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के खानबल क्षेत्र में हुए हमले में जान गंवाने वाले सभी तीर्थयात्री गुजरात के थे।
पुलिस प्रवक्ता मनोज पंडिता ने कहा कि सभी घायलों की हालत स्थिर है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिले में अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने निर्दोष तीर्थयात्रियों पर हुए हमले के विरोध में मंगलवार को जम्मू बंद का आह्वान किया है।
नेकां के प्रांतीय अध्यक्ष देवेंद्र राणा ने बताया कि इससे अदिक दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता। यह आतंकवादी हमला उन लोगों द्वारा किया गया है, जो किसी धर्म या मानवता में विश्वास नहीं करते।
राणा ने कहा कि इस हमले का उद्देश्य सांप्रदायिक भावना को भड़काना है। हम इस हमले से आहत हैं और दोषियों को सजा देने का मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि इसकी भी जांच होनी चाहिए कि बिना सुरक्षा वाली बस को राजमार्ग पर जाने की इजाजत क्यों दी गई?