कर्क संक्रांति मे शुक्र का राशि परिवर्तन बुध ग्रह की राशि मिथुन में होता है तो एक विशेष प्रकार के प्रभाव मौसम व जलवायु पर पडता है तथा व्यापार तथा उद्योग धन्धे, कला व संस्कृति, फिल्म उद्योग, व्यवसाय, विलासिता की वस्तुए, न्याय तथा राजनीति आदि सभी क्षेत्रों में प्रभाव पड़ता है।
आकाशीय ग्रह की मंत्री परिषद् में इस वर्ष का राजा मंगल तथा मंत्री गुरू ग्रह है। गोचर में गुरू कन्या राशि में भ्रमण कर रहे हैं तथा शुक्र ग्रह से चौथे स्थान पर हैं। इस कारण शुक्र ग्रह राजनीति व राजनेताओं के लिए लाभदायक है लेकिन केतु की मित्र दृष्टि आपस में विरोधी बनाती है।
वर्तमान गोचर के कारण विश्व स्तर पर कई सत्ताधारी व देश प्रमुख, शासन प्रमुख बदल जाएंगे ओर इसका प्रभाव अक्टूबर तक रहने के योग बने हुए हैं।
सौजन्य : भंवरलाल