काहिरा। यहां एक चर्च के बाहर शुक्रवार को हुई गोलीबारी में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। मिस्र के आंतरिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सुरक्षा बलों ने हेलवान जिले में स्थित मार मीना चर्च पर हमले को विफल कर दिया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 10 मृतकों में एक हमलावर और एक पुलिसकर्मी शामिल हैं। दोनों मुस्लिम थे। इसके अलावा आठ मृतक काप्टिक थे, जिसमें से एक पुलिसकर्मी था।
आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि कम से कम पांच अन्य घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। कथित तौर पर एक अन्य हमलावर एक मोटरबाइक पर घटनास्थल से फरार हो गया।
बम निरोधक दस्ते ने चर्च के पास लगाए गए दो बम को निष्क्रिय कर दिया। टीवी फुटेज में एक हमलावर आत्मघाती जैकेट पहने सड़क पर पड़ा दिखाई दिया है।
काहिरा सुरक्षा निदेशालय के प्रमुख ने कहा कि दूसरे हमलावर को बाद में एक बम, 150 कारतूस और एक स्वचालित बंदूक के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
चर्च ने एक बयान में कहा है कि मृत आठ काप्टिकों में पांच चर्च दर्शन को आए श्रद्धालु, एक चर्च का सुरक्षाकर्मी और दो घटनास्थल के पास स्थित एक दुकान के मालिक शामिल थे।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि दो नकाबपोश आतंकी एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर उस मार्ग पर पहुंचे, जो चर्च के पश्चिम की तरफ जाता है। उसके बाद वे मोटरसाइकिल से उतर गए और चर्च के बाहर मौजूद सुरक्षाकर्मी पर हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दोनों तरफ से गोलीबारी 20 मिनट तक जारी रही।
यह हमला नववर्ष के जश्न के पूर्व और अगले सप्ताह मनाए जाने वाले कॉप्टिक क्रिसमस के पहले हुआ है। किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी फिलहाल नहीं ली है।
मिस्र एक मुस्लिम बहुल देश है और इसके ईसाई अल्पसंख्यक कुल आबादी के लगभग 10 फीसदी है। ईसाई समुदाय के अधिकांश लोग कॉप्टिक ऑर्थोडॉक्स चर्च से ताल्लुक रखते हैं।
अप्रेल में टांटा के सेंट जॉर्ज चर्च और एलेक्जेंड्रिया के सेंट मार्क्स कॉप्टिक ऑर्थोडॉक्स कैथ्रेडल में हुए आत्मघाती हमले में 45 लोग मारे गए थे। इन हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली थी।