भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी के समीप गुनगा थना क्षेत्र में 70 वर्षीय एक बुजुर्ग ने अपनी पत्नी और बेटी को गोली मारकर हत्या कर दी। घटना शनिवार शाम की हैं।
वारदात के बाद गिरफ्तारी से बचने आरोपी भरी बंदूक लेकर छत पर चढ़ गया। जिसे दबोचने में पुलिस को करीब आधा घंटे मशक्कत करनी पड़ी। बताया जा रहा हैं कि आरोपी ने वारदात को बेटी के चरित्र पर शक के चलते अंजाम दिया।
एसपी सक्सेना के अनुसार ग्राम करोंदिया निवासी दौलत राम लोधी (70) किसान है। उसकी गांव में 30 एकड़ जमीन है। जिस पर वह अपने बेटों के साथ खेती करता है।
दौलत राम के चार बेटे और चार बेटियों में शांति सबसे छोटी थी। करीब ढाई साल पहले शांति का तलाक हो गया था। इसके बाद से वह मायके में अपने माता-पिता के साथ रह रही थी।
आरोपी अपनी तलाक शुदा बेटी के चरित्र पर संदेह करता था। इसको लेकर अक्सर उसका पत्नी और बेटी से विवाद होता था। शांति का गांव के किसी भी युवक से बातचीत करना दौलत सिंह को पसंद नहीं था। इसको लेकर अक्सर उसका गजरी बाई से विवाद होता था।
गुनगा पुलिस के मुताबिक ग्राम करोंधिया निवासी 70 साल के दौलत सिंह लोधी का शनिवार की शाम पत्नी गजरी बाई और 25 साल की बेटी शांति से विवाद हुआ था। गुस्से में दौलत सिंह ने अपनी लाइसेंसी 12 बोर बंदूक से शांति और गजरी की गोली मारकर हत्या कर दी।
वारदात को अंजाम देने के बाद दौलत सिंह भरी हुई बंदूक और कारतूस लेकर छत पर चढ़ गया। वारदात के वक्त आरोपी का दूसरे नंबर का बेटा बाबूलाल खेत पर काम कर रहा था। इसी दौरान उसकी 16 वर्षीय बेटी ने खेत पर पहुंचकर बताया कि दादा गोलियां चला रहे हैं।
बाबूलाल ने ही डायल 100 को घटना की सूचना दी। दौलत इतने गुस्से में था कि परिजन भी घर के पास नहीं जा पा रहे थे। परिजनों की सूचना पर डायल 100 भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन गोलियां चलने के कारण पुलिसकर्मी भी मकान से काफी पहले ही रुक गए।
अब तक गुनगा पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी, लेकिन दौलत को पकडऩे की किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी। काफी कोशिश के बाद भी जब दौलत राम ने गोलियां चलाना बंद नहीं किया, तो पुलिस ने उसे काबू में करने के लिए परिजनों का सहारा लिया।