नई दिल्ली। देश के पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव चार फरवरी से आठ मार्च तक कराए जाएंगे, जिनके नतीजे 11 मार्च काे घोषित होंगे।
चुनाव आयोग ने बुधवार को पांच राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों से जुड़े मतदान कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। गोवा और पंजाब में 4 फरबरी, मणिपुर में दो चरणों में 4 और 8 मार्च को चुनाव जाएगा। वहीं, उत्तरप्रदेश में 7 चरणों में 11 फरबरी से लेकर 8 मार्च तक चुनाव होंगे। जबकि उत्तराखंड में एक चरण में 15 फरबरी को चुनाव होंगे।
सबसे अहम बात यह है कि सभी राज्यों में मतगणना का काम एक साथ 11 मार्च को होगा। दिल्ली में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि इस बार 16 करोड़ मतदाता अपने मत प्रयोग करेंगे। एक लाख 85 हज़ार पोलिंग स्टेशन होंगे। जो पिछली बार से 15 प्रतिशत अधिक हैं।
उम्मीदवार को खर्च के लिए राशि की सीमा 28 लाख रखी गई है, जबकि मणिपुर व गोवा में यह राशि 20 लाख होगी। आयोग ने यह भी साफ किया कि 20 हज़ार से ज्यादा लोन और सहायता चेक से लेनी होगी।
इस बार उमीदवारों को अलग से दिल्ली उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देश के मुताबिक नो डिमांड सर्टिफिकेट भी देना होगा। जिसमे वह बताएंगे की उन्होंने कोई बकाया बिजली पानी किराया और टेलीफोन बिल नहीं देना है। उमीदवारों के चेनलों पर प्रचार भी उनके खाते में जोड़ा जाएगा। इस बार 16 करोड़ मतदाता होंगे।
पहचान पत्र अनिवार्य होगा और फोटो पहचान पत्र दिए जाएंगे। कलरफुल वोटो गाइड सबकी मतदाता पहचान पत्र के साथ दी जाएगी। मतदाताओं की सहायता के लिए पोस्टर लगाए जाएंगे। साथ ही एक वोटर सहायता केंद्र भी बनेगा।
मतदान में दिव्यांगों के लिए होंगे विशेष प्रबंध
उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनावों में दिव्यांगों को मतदान कराने के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। मतदान केंद्रों पर दिव्यांगों के मतदान के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं जिससे वे सुविधापूर्वक मतदान कर सकें।