नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने कांग्रेस से कांग्रेस कार्य समिति के उस संकल्प की कॉपी मांगी है जिसके तहत पार्टी ने अपने आंतरिक चुनावों को एक साल आगे बढ़ाते हुए दिसंबर 2017 तक टाल दिया था। इसके बाद विवाद को थामने की कवायद के तहत कांग्रेस ने चुनाव पर्यवेक्षक को संकल्प की एक कॉपी भेज दी है।
दरअसल चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी से संगठन के चुनाव कराने को लेकर हो रही देरी पर सवाल किए हैं। जबकि पिछले साल भी कांग्रेस ने संगठन चुनावों के लिए अपनी कार्यसमिति में लिए गये फैसले की जानकारी देते हुए एक साल की मोहलत बाद फिर छह महीने का समय मांगा था।
चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि रेजॉलूशन की कॉपी मिलने के बाद पोल पैनल ने अभी तक इस मामले पर कोई निर्णय नहीं लिया है।’ इससे पहले 5 जनवरी को चुनाव आयोग ने कांग्रेस की एक साल और आतंरिक चुनाव टालने की मांग खारिज कर दी थी।
जिसके बाद 3 फरवरी को कांग्रेस ने नाराजगी जताते हुए तर्क दिया था कि पार्टी का संविधान कांग्रेस कार्य समिति को आंतरिक चुनावों पर निर्णय लेने की ताकत देता है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग की शक्तियां केवल चुनावों के सुपरविजन तक ही सीमित है और आॉल इंडिया कांग्रेस कमिटी अपने सभी चुनाव 2017 के मध्य तक पूरे कर लेगी।
इसके बाद पोल पैनल ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि पहले पार्टी 2015 में चुनावों के लिए एक साल की मोहलत ले चुकी है ऐसे में अब उसके ताजा निवेदन का मतलब है कि आंतरिक चुनाव सीधे-सीधे दो साल के लिए टल जाएंगे।
इसके बाद अब चुनाव आयोग ने कांग्रेस वर्किंग कमिटी का रेजॉलूशन मांगा है। इसके साथ ही कांग्रेस ने चुनाव आयोग को यह भी तर्क दिया है कि अभी उसके सारे वर्कर और स्रोत विधानसभा चुनावों के प्रचार में लगे हुए है इसलिए पार्टी अभी आंतरिक चुनाव नहीं करा सकती।