नई दिल्ली। चेन्नई में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी उठापटक के बीच शशिकला को चुनाव आयोग से भी झटका लगा है। आयोग ने एक शिकायत के आधार पर पूछा है कि शशिकला को एआईएडीएमके का अंतरिम महासचिव बनाए जाने में नियमों का पालन नहीं किया गया?
आयोग ने इस संबंध में तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी को दो फरवरी को नोटिस जारी करते हुए शशिकला को महासचिव बनाने के जुड़े प्रस्ताव की कॉपी सहित दूसरे विवरण मांगे हैं। हालांकि इसके लिए कोई तिथि तय नहीं की गई है।
जानकार सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग ने एआईएडीएमके से शशिकला पुष्पा की शिकायत पर जवाब मांगा है। शशिकला पुष्पा ने पार्टी महासचिव की नियुक्ति सवाल उठाए थे।
गौरतलब है कि तमिलनाडु में एआईएडीएमके की आमसभा में पार्टी महासचिव पद के चुनाव को लेकर हंगामा खड़ा हो गया था, जब पार्टी महासचिव पद के लिए होने वाले चुनाव को लेकर शशिकला पुष्पा के पति लिंगेश्वर थिलेगन, उनके वकील व समर्थक पर्चा दाखिल करने पार्टी के दफ्तर पहुंचे थे।
कुछ माह पूर्व राज्यसभा सदस्य शशिकला पुष्पा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। शशिकला पुष्पा को पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बीते एक अगस्त को संसद में बोलने के बाद बाहर का रास्ता दिखाया गया था। हंगामे के बाद शशिकला पुष्पा ने कहा था कि मैं अब भी पार्टी की ओर से राज्यसभा सांसद हूं और मेरे पास पार्टी महासचिव पद का चुनाव लड़ने का अधिकार है।
वहीं, पार्टी के नेता सीआर सरस्वती ने कहा था कि उन्हें सांसद पद से इस्तीफा देना जरूरी है, वह जनता के द्वारा चुनी नहीं गयी हैं। उन्हें यह पद अम्मा (जयललिता) ने दिया है।
पार्टी नेताओं ने शशिकला पुष्पा पर कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की भी आरोप लगाया था। शशिकला इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग के पास गईं थीं।