जयपुर। एक तरफ शनिवार को एक तरफ राज्य की राजधानी में सरकार जनपथ पर तड़क भड़क के साथ अपनी एक साल की उपलब्धियों का जश्न मनाने में डूबी हुई थी इसी दौरान चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ा एक वर्ग समीप ही उद्योग भवन में आमजन के स्वास्थ्य को लेकर चिंतन में लगा था।
मौका था इलैक्ट्रोपैथी चिकित्सा परिषद जयपुर की ओर से उद्योग भवन सभागार में स्वास्थ्य जागरण में मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित कार्यशाला का। इस कार्यशाला में राज्यभर से जुटे ६० से भी अधिक इलैक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सा से जुड़े एक्सपर्ट की टीम ने इलैक्ट्रोपैथी चिकित्सा के जरिए बीमारियों के ईलाज के बारे में जनजागरूकता पर लाए जाने के प्रयासों पर मंथन किया। तय किया गया कि अब तक सीमित लोगों तक पहुंच पाई इस चिकित्सा पद्धति का मीडिया के सहयोग से प्रचार प्रसार किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें।
कार्यशाला में इस बात को लेकर खासा चिंतन किया गया कि नवीन चिकित्सा पद्धति इलैक्ट्रोपैथी को लेकर आमजन में फैली भ्रांतियों को मिटाने के लिए अभियान चलाया जाए। चिकित्साविज्ञान के क्षेत्र में प्राकृतिक तरीके से उपचार पर आधारित इस चिकित्सा पद्धति में सारी दवाओं का उपचार केवल पेड़ पौधे हैं अर्थात यह एक संपूर्ण हर्बल चिकित्सा विज्ञान है। इलैक्ट्रोपैथी रोगों को जड़ से बाहर निकाल सकती है। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इस चिकित्सा पद्धति का लाभ नहीं ले पा रहे।
साल सत्रों में आयोजित कार्यशाला में मीडिया और चिकित्सा से जुड़े लोगों ने विचारों का आदान प्रदान किया।