नई दिल्ली। एयरबोर्न अर्ली वार्निग एंड कंट्रोल प्रणाली से लैस एक एम्ब्रेयर परिवहन विमान ने आसमान में ईंधन भरे जाने की गतिविधि को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। यह योग्यता विमान को अधिक समय तक उड़ने की क्षमता प्रदान करेगी। यह पहली बार है जब एम्ब्रेयर में हवा में ईंधन भरा गया है।
भारतीय वायुसेना के पायलटों द्वारा अपनाई जाने वाली हवा में ईंधन भरने की पद्धति ‘प्रोब एंड ड्रोग’ के लिए असाधारण उड़ान कौशल की जरूरत होती है। ईंधन भरे जाने की प्रक्रिया के दौरान दोनों विमानों को अत्यधिक सटीक उड़ान मानकों को बनाए रखना होता है।
वायुसेना के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारतीय वायुसेना इस क्षमता का प्रदर्शन करने वाली दुनिया के उन चंद वायुसेनाओं में एक है और एम्ब्रेयर एईडब्ल्यू एंड सी ने इस श्रेणी में अपनी क्षमता को साबित किया है।