सबगुरु न्यूज़ उदयपुर। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ए.के. मित्तल ने कहा है कि रेलवे की मौजूदा प्राथमिकता वेटिंग लिस्ट को खत्म करना है। इसके लिए रेलवे हर संभावना तलाश रहा है। उपलब्ध संसाधनों के बेहतर प्रबंधन से ज्यादा से ज्यादा लोगों को रेलवे की यात्रा उपलब्ध हो सके, इस पर कार्य हो रहा है।
मित्तल शनिवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर उदयपुर पहुंचे। उदयपुर सिटी स्टेशन पर प्रेस वार्ता में मित्तल उदयपुर में रेल विकास की संभावनाओं पर भी सक्रिय नजर आए।
उन्होंने कहा कि रेलवे अच्छी तरह जानता है कि उदयपुर से दक्षिणी भारत के लिए यात्रीभार सहित लदान भी मौजूद है, लेकिन जब तक उदयपुर-अहमदाबाद का आमान परिवर्तन पूरा नहीं हो जाता, रेलवे के लिए उदयपुर से दक्षिणी भारत के लिए सीधी रेल सेवा उपलब्ध कराना नुकसान का सौदा है।
चूंकि रेलवे को उदयपुर से दक्षिणी भारत के लिए रेलगाड़ी चित्तौड़गढ़, रतलाम होते हुए चलानी पड़ेगी जो समय भी ज्यादा लेगी और यात्री को किराया भी तुलनात्मक रूप से महंगा पड़ेगा।
अहमदाबाद से अब शुरू हुआ काम
उदयपुर-अहमदाबाद आमान परिवर्तन के संबंध में उन्होंने कहा कि उदयपुर से हिम्मतनगर तक कार्य की गति संतोषपूर्ण है, लेकिन अहमदाबाद से हिम्मतनगर की ओर का कार्य हाल ही शुरू हुआ है। ऐसे में पूर्व में जो अनुमान लगाया गया था कि जनवरी 2018 तक यह कार्य पूरा हो जाएगा, लेकिन अब यह समय दिसम्बर 2018 तक पहुंच गया है।
अगले साल मार्च तक और मिलेंगी गाड़ियां
दक्षिणी भारत तो नहीं, लेकिन रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने उत्तरी भारत के लिए रेल सेवाओं पर सकारात्मकता दिखाई। प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि बड़े स्टेशनों पर गाड़ियों की पार्किंग की समस्या भी है। ऐसे में रेलवे उदयपुर में भी गाड़ियों की पार्किंग की संभावना देख रहा है। इसी संभावनाओं के बीच उदयपुर को नई सेवाएं भी उपलब्ध हो जाएं, यह भी देखा जा रहा है। अमृतसर सहित दो अन्य जगहों के लिए रेलगाड़ियां आने वाले दिनों में संचालित करने की पूरी उम्मीद उन्होंने जताई।