बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल में एक शासकीय इंजीनियर द्वारा अपनी पत्नी और दो मासूम बच्च्यिों को कार में जिन्दा जलाने का रोंगटे खड़ा कर देने वाला मामला सामने आया है। मूलत: महाराष्ट्र के निवासी इस इंजीनियर के मुताबिक उसे और उसकी पत्नी को एड्स हो गया था और इस वजह से उसने ये कदम उठाया।
इस जघन्य घटना का खुलासा मध्यप्रदेश के छतरपुर स्थित ग्राम बरेडी में एनटीपीसी में मैनेजर के पद पर पदस्थ इंजीनियर आरोपी प्रवण मनवर ने महाराष्ट्र पुलिस के सामने घटना के सात दिन बाद स्वयं किया है।
बैतूल की मुलताई पुलिस ने तीनों की लाश नरकंकाल के रूप में बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए फोरेंसिक लैब भोपाल भेजी है। आरोपी का कहना है कि उसे, उसकी पत्नी और एक बच्ची को एचआईवी पॉजिटिव निकला था इसके बाद सभी ने एक साथ आत्महत्या करने का निर्णय किया।
दूसरी ओर पुलिस इसे षडयंत्र के तहत हत्या का मामला मान रही है। जांच के बाद ही पूरे मामले का खुलासा होगा। पुलिस के मुताबिक आरोपी प्रवीण ने तीन मार्च को अपनी इंजीनियर पत्नी शिल्पा और अपनी दो मासूम बçच्चयों सरवरी (नौ) और प्रणति (दो) को कार सहित मुलताई के गौनापुर जंगल की खाई में फेंक दिया और बाद में कार में पेट्रोल डाल कर आग लगा दी।
आरोपी घटना के समय अपने परिवार के साथ अपने गृह नगर अमरावती से छतरपुर आ रहा था। आरोपी ने घटना के करीब छह दिन बाद अमरावती पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। मंगलवार को उसे पुलिस अमरावती से मुलताई घटना स्थल पर लाई।
आरोपी के बताए स्थल पर जली कार और उसमे से तीनों कंकाल पुलिस ने बरामद कर लिए है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने छह महीने पहले थकान के चलते छतरपुर की एक निजी प्रयोगशाला में जांच कराई, जिसमें उसे एचआईवी पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। इसके बाद उसने अपनी पत्नी की भी जांच कराई तो उसे भी यही बीमारी निकली। उसकी छोटी बेटी को भी इसी बीमारी के लक्षण दिख रहे थे।
आरोपी का कहना है कि उसने पत्नी के साथ सलाह कर आत्महत्या करने का निर्णय लिया था। तीनों की हत्या के बाद उसने तीन बार आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन सफ लता नहीं मिली, जिसके बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया। दूसरी ओर शिल्पा के घर वालों ने पूरे मामले को साजिश बताते हुए इसकी जांच की मांग की है।
मृतका के भाई सुनील ढानके के मुताबिक अगर उनकी बहन को एड्स होता तो वह इस बारे में अपने परिवार को बताती। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। एसडीओपी मुलताई बी के बवारिया ने बताया कि प्रवीण ने नौ मार्च को अमरावती पुलिस के समक्ष अपना अपराध कबूल किया।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और डीएनए और एचआईवी जांच के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा। दूसरी ओर इस बात की भी जांच की जा रही है कि निजी प्रयोगशाला के संचालक ने सरकारी डाक्टरों को इस जांच रिपोर्ट से अवगत कराया था या नहीं।