लंदन। ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू)में बने रहने के सवाल पर गुरुवार को ऐतिहासिक जनमत संग्रह के लिए मतदान हुआ। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार मतदान स्थानीय समय के अनुसार सुबह सात बजे से रात 10 बजे तक हुआ। इस दौरान देश भर में ब्रिटिश नागरिकों ने इस सवाल के समर्थन या विरोध में अपने वोट दिए।
ईयू में बने रहने के प्रश्न पर कराए गए इस जनमत संग्रह में 46 करोड़ 49 लाख 9 हजार 537 लोगों के शामिल होने का अनुमान है, जो ब्रिटेन में अब तक के किसी भी चुनाव के संबंध में रिकॉर्ड संख्या है। ब्रिटेन के इतिहास में यह तीसरा राष्ट्रव्यापी जनमत संग्रह है।
इस मतदान से पहले करीब चार महीने तक ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में बने रहने तथा इससे बाहर होने का अभियान चलाने वाले समूहों ‘रिमेन’ और ‘लीव’ के बीच बहस चलती रही।
जनमत संग्रह के लिए जो मतपत्र छापा गया था, उस पर यह सवाल लिखा हुआ था कि-ब्रिटेन को यूरोपीय संघ में बने रहना चाहिए या इससे बाहर निकल जाना चाहिए? जनमत संग्रह में जिस भी पक्ष को आधे से अधिक मत मिलेंगे, उसे विजेता माना जाएगा और उसी के आधार पर यूरोपियन यूनियन में ब्रिटेन के बने रहने का निर्णय लिया जाएगा।
जनमत संग्रह पूरा होने के बाद सीलबंद मत पेटियों को एकत्रित कर मतगणना के लिए 382 स्थानीय मतगणना क्षेत्रों में ले जाया जाएगा। ये मतगणना क्षेत्र इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के सभी 380 स्थानीय सरकारी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके साथ ही उत्तरी आयरलैंड और जिब्राल्टर के भी 1-1 क्षेत्र इनमें शामिल हैं।
अधिकांश ब्रिटिश ईयू में बने रहने के समर्थक
जनमत संग्रह से एक दिन पहले बुधवार को कराए गए एक ओपिनियन पोल के अनुसार ब्रिटेन के अधिकांश लोग यूरोपियन यूनियन में बने रहने के समर्थक हैं। पोल में देश के यूरोपीय संघ में बने रहने का अभियान बाहर होने के मुकाबले बढ़त हासिल करता दिखा।
कोमरिस का यह टेलीफोन सर्वेक्षण 17 जून से 22 जून के बीच डेली मेल समाचार पत्र और आईटीवी टेलीविजन के लिए किया गया था। सर्वेक्षण के अनुसार 48 फीसदी लोगों ने यूरोपीय संघ में बने रहने का समर्थन किया, जबकि 42 फीसदी लोग यूरोपीय संघ से बाहर होने के पक्ष में थे।
इससे पहले ‘द सन’समाचार पत्र के लिए कोमरिस द्वारा किए गए सर्वेक्षण में यूरोपीय संघ में बने रहने के अभियान को केवल एक प्वाइंट से बढ़त मिली थी। यह सर्वेक्षण 14 जून को प्रकाशित हुआ था।