जयपुर। भारतीय मीडिया में हिन्दू शब्द आते ही एक वर्ग बहुत सशंकित होकर सारे विषय को देखता है। हिन्दू जीवन पद्धति के प्रति दुराग्रह रखकर समाचार बनाए जाने लगे हैं। ये विचार न्यायाधीश गिरधर मालवीय ने सोमवार को पाथेय भवन में पाथेय कण के ‘क्यों भटका हुआ है भारत का मीडिया?’ अंक के विमोचन के अवसर पर व्यक्त किए।
महामना पं. मदन मोहन मालवीय के पौत्र न्यायाधीश गिरधर मालवीय ने कहा कि मीडिया पर देश को दिशा देने की जिम्मेदारी होती है। इसलिए समाचार लिखते समय बहुत सावधानी की आवश्यकता रहती है।
पाथेय कण के संपादक कन्हैयालाल चतुर्वेदी ने इस अंक की जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय मीडिया के अनेकों संस्थान रूस तथा अमरीका की एजेंसियों के प्रभाव में रहते हैं।
उन्होंने विस्तार से इस विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित होने वाली अनेक रिपोर्ट्स से ये खुलासे हो चुके हैं कि विदेशी एजेंसियों के प्रभाव में अनेक राष्ट्र विरोधी खबरें लगातार भारतीय मीडिया में स्थान बनाती रही हैं।
ये मीडिया संस्थान राष्ट्रवादी खबरों के साथ दोगला व्यवहार करते हैं। पाथेय कण संस्थान के अध्यक्ष गोविन्द प्रसाद अरोड़ा ने आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया।