कोलकाता। पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के.नारायणन ने सोमवार को कहा कि कैदियों का अदला-बदली संभवत: एक मात्र तरीका है, जिससे कथित जासूस कुलभूषण जाधव का मामला हल किया जा सकता है।
नारायणन ने कहा कि मेरे विचार से कैदियों की अदला-बदली ही एकमात्र तरीका है, जिससे हम इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं। लेकिन बाद में उन्होंने मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
भारत ने चेतावनी दी है कि यदि जाधव को फांसी हुई तो इसे ‘सुनियोजित हत्या’ माना जाएगा।
जाधव को जासूसी और पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोपों में फांसी की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान का कहना है कि जाधव को बलूचिस्तान में गिरफ्तार किया गया था। भारत का कहना है कि उसे ईरान से अपहरण करके लाया गया।
इस मामले को लेकर भारत ने शनिवार को 17 अप्रेल को निर्धारित द्विपक्षीय समुद्री सुरक्षा वार्ता को रद्द कर दिया। द नेवतिया युनिवर्सिटी द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा सम्मेलन से इतर नारायणन ने यह बात कही।