लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश बीजेपी के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह मऊ कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रविवार सुबह जेल से रिहा हो गए। दयाशकर की रिहाई से बसपा नेताओं को बैचेनी हो गई है और सतीश चंद्र मिश्रा ने मऊ न्यायालय के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात की है।
जेल से निकलने बाद दया शंकर सिंह ने कहा कि वे अभी लखनऊ जाएंगे और अपनी पत्नी और परिवार से मिलेंगे। दयाशंकर सिंह को शनिवार को मऊ कोर्ट ने 50000 के निजी मुचलके पर जमानत दे दी थी। सिंह की जमानत की अर्जी पर लगभग 45 मिनट तक बहस चली, इसके बाद कोर्ट ने जमानत का निर्णय दिया।
मालूम हो कि दयाशंकर को बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द कहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दयाशंकर सिंह जुलाई महीने में ही यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष बनाए गए थे।
जमानत आदेश को बीएसपी देगी हाईकोर्ट में चुनौती
इस बीच बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के करीबी और कद्दावर नेता सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि दयाशंकर के जमानत के आदेश को बहुजन समाज पार्टी ने हाईकोर्ट में चुनौती देने की योजना बनाई है।
मऊ जनपद के न्यायालय से दयाशंकर सिंह को मिली जमानत आदेश विधि सम्मत नहीं है। पार्टी इसके लिए आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती देगी।
गौरतलब हो कि बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के मामले में फरार रहे दयाशंकर सिंह को बिहार के बक्सर से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद दयाशंकर के मुकदमें को लखनऊ से मऊ जनपद स्थानान्तरित कर दिया गया।
इसके बाद एससी एसटी न्यायालय में दयाशंकर को पेश किया गया। जब दो बार हुई सुनवाई के बाद दयाशंकर सिंह को जमानत मिल गई।