पटना। बिहार विधानसभा चुनाव होने में अभी समय बाकी हैं लेकिन विपक्षियों के मिलन का समय हमेशा बना रहता है। चुनाव को देखते हीं सभी पार्टियां अपने कुनबे को बढ़ाने के लिए हमेषा तत्पर दिखाई पड़ती है।
कुनबे के विस्तार में जहां राजद और जदयू ने मिलकर गठबंधन कर लिया वहीं कांग्रेस भी इसका साथ दे रही है। वहीं अब भारतीय जनता पार्टी अपने कुनबे के विस्तार में लगी हुई है।
पहले भाजपा गठबंधन में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) शामिल हुआ और अब पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकार पार्टी शामिल होने के रास्ते में है।
जानकारी के अनुसार आगामी कुछ दिनों में पप्पू यादव की पार्टी भाजपा में शामिल होकर विधानसभा चुनाव में लालू और नीतीश के खिलाफ अपना दमखम दिखाएगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कभी लालू प्रसाद के अभिन्न अंग रहे पप्पू यादव अब भाजपा का दामन थामनें की सोच रहे हैं।
पहले ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि जन अधिकार पार्टी, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। लेकिन हम के भाजपा का दामन थामने के बाद अब पप्पू यादव को कोई दुसरा सहारा नहीं दिखता नजर आ रहा है।
जानकारी के अनुसार भाजपा भी पप्पू यादव को अपने पक्ष में करके नीतीष और लालू यादव के गठबंधन के खिलाफ कमर कसकर उतरना चाहती है। पप्पू यादव विधानसभा में जितने सीटों की मांग कर रही है, भाजपा उसे देने के लिए सहमत भी हो गई है। हालांकि सीट को लेकर अभी बातचीत का दौर जारी है।
सीटों पर सहमति बनने के बाद हीं पप्पू यादव एनडीए में शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि विप चुनाव के बाद पप्पू यादव भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस बावत पप्पू यादव का कहना है कि बातचीत चल रही है। परिणाम अच्छा आएगा और लालू-नीतीश को बिहार की सत्ता पर फिर से काबिज नहीं होने दिया जाएगा।
सीट पर बातचीत होने के बाद भाजपा की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद पप्पू यादव भाजपा में शामिल तो हो जाएंगें। लेकिन इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना भी पड़ सकता है। वर्तमान समय में बिहार में भाजपा द्वारा बार-बार जंगलरा की वापसी की बात कहीं जा रही है।
वहीं भाजपा को यह भी नहीं भूलना होगा कि पप्पू यादव की छवि दबंग की बनी हुई है। इसलिए भाजपा को विधानसभा चुनाव में उतरने से पहले हरेक तरह की परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहना पड़ेगा।