नई दिल्ली/इंदौर। भारत से भटक कर पाकिस्तान जा पहुंची भारत की मूक-बधिर बेटी गीता के माता-पिता की खोज जारी है। गीता के माता-पिता होने का दावा करने वाले महतो परिवार की डीएनए भी गीता के डीएनए से नहीं मिला है।
इस बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गीता से मिलने इंदौर जा रही है, जहां गीता को एक स्वयंसेवी संगठन के संरक्षण में रखा गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने बताया कि गीता की दावेदारी करने वाले एक और परिवार का डीएनए टेस्ट नकारात्मक रहा है।
झारखंड के महतो परिवार ने गीता को अपनी बेटी बताया था। गीता की ओर से सकारात्मक संकेत मिलने पर सरकार ने गीता और महतो परिवार का डीएनए टेस्ट करवाया था, जिससे महतो परिवार के दावे की सत्यता जांची जा सके।
लेकिन डीएनए टेस्ट के परिणाम के बाद अब ये साबित हो गया है कि दूसरे परिवारों की तरह महतो परिवार भी गीता का परिवार नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस बीच कुछ और परिवारों ने गीता को लेकर दावा किया है। सरकार इस बारे में जांच कर रही है।
गीता को वापस लाने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया था कि गीता के माता-पिता के ना मिलने तक उसे इंदौर के एक स्वयंसेवी संगठन के संरक्षण में रखा जाएगा, जो मूक-बधिर बच्चों के लिए काम करता है। वहां गीता को व्यवसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वो स्वालंबी हो सके।