नई दिल्ली। मशहूर फिल्म निर्माता मीरा नायर का मानना है कि जब उन्हें ‘क्वीन ऑफ कातवे’ के निर्देशन की पेशकश की गई तो उन्होंने इसके लिए तुरंत हां कर दी क्योंकि इसकी कहानी उनके घर कंपाला से जुड़ी हुई है और यह अफ्रीकी महाद्वीप के दूसरे पहलू को दिखाती है।
मीरा ने कहा कि उनको दिग्गज शतरंज खिलाड़ी फियोना मुतेसी की कहानी के बारे में डिज्नी के प्रोडक्शन के कार्यकारी उपाध्यक्ष तेंदो नागेंदा के जरिये जानकारी मिली।
युगांडा के नागेंदा ने कंपाला में मीरा के घर पर उनसे मुलाकात की और ‘चाय एवं समोसे’ पर चर्चा के दौरान पूछा कि क्या इसके निर्देशन में उनकी रुचि है।
मीरा ने बताया कि उन्होंने फियोना के बारे में मुझे आधे पृष्ठ का आलेख दिया, जो 11 वर्ष की थीं और मेरे घर से महज 15 मिनट की दूरी पर रहती थीं। वह एक रूसी शतरंज प्रतियोगिता के लिए जा रही थी और पूरी तरह से निरक्षर थी। मुझे इसमें तत्काल रुचि पैदा हो गई।
युगांडा के महमूद ममदानी से विवाह करने वाली मीरा ने कहा कि लेकिन किसी भी चीज से ज्यादा मैं अपने घर के बारे में एक फिल्म बनाना चाहती थी, उन गलियों के बारे में जहां मैं रहती हूं। लंबे समय से मैं ऐसा चाहती थी, ‘मिसिसिपी मसाला’ के समय से ही।
निर्देशक ने कहा कि उन्होंने कुछ भी अलग से डालने की कोशिश नहीं की क्योंकि वह फियोना की कहानी के साथ ईमानदारी बरतना चाहती थी।
फिल्म में शतरंज खिलाड़ी का किरदार मदिना नलवंगा ने निभाया है। इस फिल्म में ऑस्कर पुरस्कार विजेता लुपिता न्यांग के साथ-साथ डेविड वायेलोवो भी अहम भूमिका में हैं।