नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए सेना का इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस ने इस संबंध में निर्वाचन आयोग को एक ज्ञापन भी दिया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को कहा कि पांच राज्यों में चुनाव के ऐलान के बाद जबकि आचार संहिता लागू हो चुकी है। ऐसे समय सेना का उपयोग चुनाव के समय राजनीतिक फायदे के लिए किया जा रहा है।
रावत ने कहा कि आगामी 21 जनवरी को देहरादून में आयोजित की जाने वाली वार्षिक संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन को यदि आयोजित किया जाता है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर परिकर भी मौजूद रहने का प्रस्ताव है तो यह आचार संहिता का का उल्लंघन है।
यह सीधे तौर पर मतदाताओं को प्रभावित करेगी। इसे बड़े पैमाने पर प्रसारित किया जा सकता है। इसलिए इस तरह की वार्ता को 15 फरवरी के बाद ही किया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने चुनाव आयोग को शिकायत करते हुए ज्ञापन भी दिया है। प्रधानमंत्री केवल राजनीतिक फायदा लेने के लिए इस कांफ्रेस में हिस्सा लेंगे।
इस तरह से प्रधानमंत्री सेना के गौरव पर चोट कर रहे हैं। यह पूरी तरह से सेना का अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये वन-रैंक-वन पेंशन से ध्यान हटाने की भी कोशिश है।