नई दिल्ली\अलवर। सोशल मीडिया फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कहा है कि उनका मकसद आम आदमी को राइट टू इंटरनेट इंटरनेट का अधिकार उपलब्ध क राना है।…
जुकरबर्ग शुक्रवार को देश के प्रथम साइबर ग्राम के रूप में विकसित किए जा रहे अलवर जिले के चांदोली गांव आए हुए थे। उन्होंने स्कूली बच्चों से फेसबुक और वाट्सअप तथा इंटरनेट के उपयोग के बारे में जानकारी ली।
इस मौके उन्होंने कहा कि उनका मकसद आम आदमी को इंटरनेट का अधिकार दिलाना है। उन्होंने भारतीय संस्कृति को महान बताते हुए इसे विश्व की अनमोल धरोहर बताया। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकार बहुत अच्छा लगा कि ग्रामीण इंटरनेट की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं।
जुकरबर्ग ने अलवर के मेवात अंचल में मशहूर लोक वाद्य भपंग की धुन पर गीत भी सुना। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष 19 फरवरी को चंदौली गांव को पायलेट प्रोजेक्ट के तहत केन्द्र सरकार और एक गैर सरकारी संस्था के सहयोग से सायबर विलेज प्रोजेक्ट शुरू किया गया था।
डिजिटल इंडिया के फैन हुए जुकरबर्ग
नई दिल्ली। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने शुक्रवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और इस दौरान उन्होंने डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के साथ ही देश में सोशल नेटवर्किंग साइट के गवर्नेस में उपयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
जुकरबर्ग ने इससे पहले शुक्रवार को दिन में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद से भी मुलाकात की और बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि डिजिटल इंडिया आम भारतीय तक नवाचार को पहुंचने में मददगार होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से एक अरब लोग इंटरनेट से जुड़ जाएंगे। उन्होंने इस कार्यक्रम में भागीदारी करने के प्रति उत्सुकता दर्शाते हुए कहा कि फेससबुक पूरे देश के लोगों को इंटरनेट से जोड़ने में मदद करने के लिए तैयार है।
प्रसाद ने फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की डिजिटल इंडिया में काफी रूचि लेने पर सराहना करते हुए कहा कि जुकरबर्ग देश में कनेक्टिविटी बढ़ाने के प्रति संजिदा हैं। उन्होंने कहा कि वह भारत के ब्राडबैंड, रिटेल, ई शिक्षा, ई स्वास्थ्य और इसी तरह के दूसरे कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के प्रति भी गंभीर है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फेसबुक क ी देश में अच्छी पहुंच है और इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जुकरबर्ग के सुझावों पर अमल कि या जाएगा और हम मिलकर काम करेंगे।