न्यूयार्क। किशोरों को ऑनलाइन प्रताड़ना का शिकार होने से बचाने के लिए अग्रणी सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक कथित तौर पर किशोरों के लिए अलग से मैसेजिंग एप लाने वाला है। यह एप किशोरों के परिजनों को यह निगरानी रखने की अनुमति देगा कि उनके बच्चे सोशल नेटवर्क पर किन-किन लोगों के संपर्क में हैं।
फेसबुक के इस एप ‘टॉक’ को आम लोग सर्च नहीं कर सकते, बल्कि सिर्फ किशोर ही इस्तेमाल कर सकते हैं। किसी अपरिचित व्यक्ति द्वारा किसी किशोर का फायदा उठाकर एप का इस्तेमाल करने की कोशिश करने पर एप खुद ब खुद बंद हो जाएगा।
वेबसाइट ‘द इनफॉर्मेशन’ के मुताबिक फेसबुक के इस नए एप के कोड से पता चला है कि इस पर परिजनों का नियंत्रण होगा।
गैजेट संबंधी न्यूज के लिए यहां क्लीक करें
इस एप के कोड के मुताबिक टॉक एक मैसेजिंग एप है, जहां आप सभी कांटैक्ट पर पूरा नियंत्रण कर सकते हैं और आपका बच्चा टॉक एप का इस्तेमाल कर आपसे मैसेंजर में चैट कर सकता है।
इस एप का इस्तेमाल 13 वर्ष से अधिक आयु के किशोर कर सकते हैं और इसके इस्तेमाल के लिए फेसबुक अकाउंट की भी जरूरत नहीं होगी।
हाल ही में आस्ट्रेलिया के एक समाचार पत्र में कहा गया था कि सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल कर 14 वर्ष तक की आयु के किशोरों को लक्षित कर विज्ञापन किया जा सकेगा।