जयपुर। राजधानी में गैंग रेप मामले में शुक्रवार को पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने आरोप लगाने वाली युवती और उसके साथी को अपराधिक षड़यंत्र रचने, ब्लैकमेल करने और झूठा अभियोग दर्ज कराने के आरोपों में गिरफ्तार किया है।
इनके कब्जे से 6 मोबाइल और अवैध 15 सिम कार्ड भी बरामद की है। पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने खुलासा करते हुए बताया युवती ने 10 जनवरी को अपने साथ गैंगरेप का मामला दर्ज कराया था।
मामले का खुलासा करने के लिए चार सौ अधिकारी और जवान लगाए गए। इस दौरान पुलिस ने करीब सात हजार ऑटो चालकों से पूछताछ की। युवती और उसके बैकग्राउंड के बारे में पड़ताल करने लिए मैनपुरी, सवाई माधोपुर और अलवर से कई जानकारियां जुटाई गई।
उन्होंने कहा कि युवती की ओर से एफआईआर में जो आरोप लगाए थे वह उनकी तस्दीक नहीं करवा पाई। घटना स्थल, युवकों की पहचान और सीसीटीवी फुटेज में कहीं भी तीन युवकों के साथ में ऑटो में युवती नहीं दिखने पर संदेह हुआ।
इस आधार पर युवती की कॉल डिटेल का विश्लेषण किया गया। इसके बाद युवती से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपने साथी ऋषिराज मीणा के साथ मिलकर ब्लैकमेल करने का पूरा षड़यंत्र रचना स्वीकार किया।
पुलिस ने जवाहर सर्किल थाना में संदीप लाम्बा की ओर से दर्ज प्रकरण के आधार पर युवती और उसके साथी ऋषिराज मीणा (23) निवासी बढ़ोद थाना बजीरपुर जिला सवाई माधोपुर को गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि अभी तक की पड़ताल में पता चला है कि युवती उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले की रहने वाली है और जगतपुरा में अपने साथ ऋषिराज के सहयोग से पिछले ढ़ाई माह से किराए पर रह रही थी। वह कथित रूप से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी और प्राइवेट बीएससी कर रही है।
युवती का करीब ढ़ाई माह पहले अपने भाई से झगड़ा होने पर वह अपनी बुआ के पास चली गई थी। आगरा में कुछ माह रहने के बाद वह जयपुर आकर रहने लगी। युवती के पिता मानसिक रूप से कमजोर है और युवती पर ही आश्रित है।
पुलिस ने दावा किया है कि युवती और ऋषिराज मीणा लोगों से अलग अलग नंबरों से फोन कर दोस्ती गांठते थे। इसी क्रम में युवती की पहचान पहले ब्रजेश से कराई लेकिन ब्रजेश इनके झांसे में नहीं आया। ब्रजेश ने युवती की पहचान संदीप से करा दी।
इसके बाद युवती और संदीप में बातचीत होती रही। पुलिस का दावा है कि ऋषिराज और युवती ने 6 जनवरी को ही पूरा षड़यंत्र रच लिया था। युवती 9 जनवरी को अलवर में एसएससी की परीक्षा देने गई। उसी दिन शाम सवा सात बजे अलवर से जयपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंची।
यहां उतरने के बाद युवती ने अपने छोटे भाई को फोन लगाकर बताया कि वह कमरे पर देर से पहुंचेगी, इसलिए वह खाना खाकर सो जाए। इसके बाद युवती स्टेशन से ऑटो में बैठकर जगतपुरा गई। वहां ऋषिराज मीणा ने ऑटो का किराया दिया।
युवती ऋषिराज के उसके फ्लैट पर पहुंची। इस बीच युवती की संदीप से बातचीत हुई। इसी फ्लैट पर संदीप ने युवती के साथ संबंध बनाए।
10 जनवरी को सुबह साढ़े चार बजे युवती ऋषिराज के साथ एमएनआईटी के सामने पहुंची और यहां से कंट्रोल रूप पर फोन लगाकर अपने साथ कथित गैंग रेप की सूचना दी। पुलिस अभी इस मामले में और जांच कर रही है।