सिरोही. देशी घी खरीदने से पहले सावधान हो जाइए। सिरोही जिले के शहर और ग्रामीण बाजारों मे असली के नाम से बिकने वाला घी नकली भी हो सकता है। विशेष पुलिस दल ने शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पालडी एम थाना क्षेत्र के उथमण में एक नकली घी बनाने की फैक्ट्री पकड़ी। आरोपी फरार हो गया, लेकिन मौके से नकली घी बनाने में उपयोग में ली जाने वाली सामग्री तथा रैपर व टिन बरामद किए गए हैं।…
जिला पुलिस को कई दिनों से जिले में नकली घी के निर्माण की सूचनाएं मिल रही थी। इसी तरह की पुख्ता सूचना मिलने पर जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के विशेष पुलिस दल ने शुक्रवार सवेरे उथमण गांव के निकट छापा मारा। मौके पर से तीस किलोग्राम बना हुआ नकली घी बरामद किया तथा १५ किलो अद्र्ध निर्मित घी बरामद किया।
इसके अलावा मौके से सोयाबीन व नारीयल का तेल भी मिला। जिसे संभवत: नकली घी में मिलाया जाता था। नौ अलग-अलग ब्रांड के रैपर व टिन भी मिले। इसके अलावा एक पेकिंग मशीन भी मिली जिससे नकली घी को नामचीन बा्रंड के रेपर में भरकर पैक किया जाता था। तेल को डी-हाइडेटेड करके उसे घी की तरह जमने के लिए आवश्यक सामग्री व उपकरण भी बरामद किए गए।
फैला है जाल
सिरोही जिले के शिवगंज क्षेत्र तथा सरूपगंज क्षेत्र में नकली घी का कारोबार तथा इसे बनाने का गोरखधंधा बड़ा पुराना है। इससे पहले सिरोही की सीमा से सटे सुमेरपुर में भी इसी तरह की नकली घी की फैक्ट्री पकड़ी जा चुकी हैं। सरूपगंज में नकली घी पकड़ा जा चुका है।
जांच भी नहीं
पूर्व में शुद्ध के लिए युद्ध के तहत जिले में घी के सेम्पलिंग की कार्रवाई होती थी, लेकिन अब वह भी नहीं हो पाती। जिले में फूड सिक्योरिटी ऑफिसर का पद लम्बे समय तक भरा नहीं गया तो पुलिस आंखों पर पट््टी बांधे बैठी हुई है। ऐसे में सफेद घी का काला धंधा अपना पांव पसार रहा है।