रोहतक/चंडीगढ। रोहतक के बहुचर्चित बस छेड़छाड़ केस से चर्चा में आई पूजा एवं आरती को आए दिन नई-नई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
इन दिनों दोनों बहनों का सोशल मीडिया में अश्लील फोटो वायरल हुआ पड़ा है। इस संदर्भ में आरती की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर एक युवक को हिरासत में लिया है।
दोनों बहनों ने आरोप लगाया है कि राहेतक बस छेड़छाड़ के मामले में अभी तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाएं इसके लिए उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि हमें शर्म आती है ऐसे सड़ी हुई व्यवस्था पर।
हालांकि, इस पर सिविल लाइन पुलिस थाने में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस ने सोनीपत के गांव झरौंठी के रहने वाले युवक को हिरासत में लिया है, लेकिन युवक के खिलाफ त्वरित कार्रवाई न किए जाने पर दोनों बहनें पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर रविवार को भी अपने पिता के साथ धरने पर बैठी रही।
जानकारी के मुताबिक इस युवक ने दो फोटो-फुकरे नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप में पोस्ट कर लिखा कि जिन्होंने आसन कांड में बस में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था यह वही लड़कियां हैं। मोबाइल नंबर – 9729985500 से ये दोनों फोटो पोस्ट करते हुए अलग से संदेश में यह बात लिखी गई है। इसकी जानकारी पूजा व आरती को बीते रात ही हो गई थी।
इसके बाद मामले में अपनी फरियाद लेकर दोनों बहन पुलिस आयुक्त श्रीकान्त जाधव से मिलने उनके कार्यालय पहुंची लेकिन पुलिस वालों ने जब यह कहा कि साहब सोमवार से शुक्रवार को ही मिलते हैं। इसके बाद दोपहर दोनों बहनों ने एस.पी. ऑफिस पहुंचकर अपनी शिकायत की जिस पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
एस.पी. शशांक आनंद के निर्देशानुसार एस.टी.एफ. की एक टीम ने साइबर सैल की मदद लेकर मोबाइल नंबर 97299 85500 की लोकेशन को ट्रेस किया। इस नंबर की आई.डी. पुलिस पहले ही हासिल कर चुकी थी। तेजी से रेड कंडक्ट करते हुए नितिन नाम के एक युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
आरोपी युवक गांव झरौंठी का रहने वाला बताया जा रहा है। इसी बीच शाम तक भी पुलिस की तरफ से कोई हलचल होती न देखकर पूजा व आरती अपने पिता राजेश कुमार के साथ रोहतक एस.पी. शशांक आनंद के ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गईं हैं।
दोनों बहनों आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस एवं निर्णायक कार्रवाई न किए जाने के ही नतीजे हैं कि उनको समाज के सामने बदनाम किया जा रहा है। दोनों बहनों का कहना है कि प्रदेश पुलिस एवं सरकार से उनका विश्वास उठ चुका है। उनके मामले की नई सिरे से जांच की जानी चाहिए। उनके पिता ने कहा कि कोई आखिर कैसे किसी की बहन-बेटियों को यूं बदनाम कर सकता है।
सिविल लाइन एस.एच.ओ. इंस्पेक्टर नवीन कुमार एस.पी. ऑफिस पहुंचे और पूजा व आरती तथा उनके वकील व पिता राजेश से बातचीत कर उनको धरने से उठाने के प्रयास किए।
नवीन ने बताया कि पुलिस शांत नहीं बैठी है, बल्कि चुपचाप एवं तेजी से कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उस लड़के को धर-दबोचा लिया, जिसने दोनों बहनों को बदनाम करने के लिए उनके नाम से फोटो आदि व्हाट्सएप ग्रुप फुकरे में पोस्ट की थी। उसने ऐसा क्यों किया इसके लिए युवक से पूछताछ जारी है।