सूरत। सूरत शहर के झापा बाजार क्षेत्र में एक चौंकानेवाला मामला सामने आया है। यहां रहनेवाले एक नि:संतान दपती ने फर्जी शपथ पत्र के जरिए रिश्तेदार के बेटी का जन्म प्रमाणपत्र, पासपोर्ट और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज बना कर बच्ची के माता-पिता बन गए।
जब दंपती की करतूत का भंडाफोड़ हुआ तो रिश्तेदार ने दंपती के खिलाफ रविवार को अठवा थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस के मुताबिक झापा बाजार मोती महल बिल्डिंग निवासी दंपती मुर्तुजा गीलीटवाला और फातेमा गीलीटवाला को संतान नहीं है।
वर्ष 2006 में मुर्तुजा के बुआ के बेटे शब्बीर हुसैन उसकी पत्नी नसीम ने अपनी बेटी मरीयम को पालन-पोषण के लिए गीलीटवाला दंपती को सौंप दी।
इस दौरान शब्बीर और नसीम व्यवसाय के लिए ऑस्ट्रेलिया चले गए। इधर, गीलीटवाला दपती ने शब्बीर और नसीम के फर्जी हस्ताक्षर फर्जी शपथपत्र बनवा लिया और इस शपथपत्र को महानगरपालिका में पेश कर मरीयम के नाम के साथ माता-पिता के तौर पर अपना नाम जोड़कर जन्म प्रमाणपत्र बनावाया।
इसके बाद जन्म प्रमाणपत्र के आधार पर मरीयम का पासपोर्ट, आधारकार्ड, राशनकार्ड बनवाया और स्कूल में दाखिला करवा लिया। कुछ दिन पहले मरीयम की मार्कशीट वॉट्सएप पर मिलने पर शब्बीर और नसीम चौंक गए। क्योंकि उन्होंने अपनी बेटी को सिर्फ पालन-पोषण करने के लिए दिया था।
लेकिन गीलीटवाला दंपती ने धोखा कर वही उसके मां-बाप बन गए। झापा बाजार निवासी नसीम के भाई अलीअसगर बादशाह ने रविवार को अठवा थाने में गीलीटवाला दंपती के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।