उज्जैन। मध्यप्रदेश की उज्जैन पुलिस ने एक फर्जी बलात्कार प्रकरण के मामले का पर्दाफाश करते हुए इस मामले में चार आरोपियो को गिरफतार किया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार गत 12 सितम्बर को देवासगेट थाने में एक महिला अपने परिचित अशोक सिंग बघेल के साथ पहुंची और बताया कि 11 सितम्बर को रीवा निवासी रज्जन साकेत के साथ वह रीवा से ट्रेन में आ रही थी।
लेकिन रज्जन ने उज्जैन में मंदिर में दर्शन करके आगे चलेंगे कह कर उज्जैन में उतार लिया तथा उसे त्रिवेणी बिहार के जंगल में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया कह कर रिपोर्ट दर्ज कराई।
जिस पर घटना स्थल नानाखेडा का होने से जीरो पर अपराध पंजीबद्व कर नानाखेडा थाने पर विवेचना हेतू भेजा गया। महिला का मेडिकल परीक्षण कराया गया एवं घटना संदिग्ध प्रतीत होने से महिला से काफी बारीकी पूछताछ करने के दौरान उसके पति से मोबाईल पर बात की।
तो पता चला कि महिला झूठ बोल रही है, इस पर महिला के पति को बुलावाया गया। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि महिला गत 11 सितम्बर को अपने पति के साथ ग्राम सिटोका खरगोन से इन्दौर आई थी जहां उसके पति ने महिला को उसके मायके भेजने के लिए गोकुल सोनी व अशोक भसग बघेल के पास छोड़ा था।
दोनों ने महिला के पति को रेल्वे स्टेशन से यह कहकर रवाना कर दिया कि हम ट्रेन से रीवा उसे ले जांएगे। उसके बाद गोकुल सोनी ने फोन लगाकर उसके दोस्त आकाश उर्फ अक्कू यादव (इन्दौर) एवं राजबहीर सोनी (रीवा) को भी बुला लिया और महिला को यह बताकर कि उज्जैन से बस से रीवा चलेंगे।
बस में महिला के साथ अशोक भसग बघेल आया बाकी तीनो आरोपी आकाश की मोटर साईकिल से उज्जैन आए सभी ने मिलकर उसका बच्चा छीनने एवं जान से मारने धमकी की योजना बनाई और जंगल में भेजकर उसके साथ आकाश यादव द्वारा बलात्कार किया और आकाश महिला को लेकर वापस गोकुल सोनी व अन्य के पास पहुंचा।
उसके बाद गोकुल सोनी ने महिला को धमका कर देवास गेट थाने पर रज्जन साकेत के विरूद्व बलात्कार की रिर्पोट करने के लिए भेजा। उक्त घटना का मुख्य षडयंत्रकारी गोकुल सोनी जिसके विरूद्व रीवा व सीधी जिलों में कई मामले दर्ज हैं।
उन्होंने बताया कि गोकुल के विरूद्व रज्जन साकेत की बहन ने छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया था जो न्यायालय में विचाराधीन है। उस मामले में राजीनामा कराने दबाव बनाने के लिए ही गोकुल द्वारा रज्जन के विरूद्व षडयंत्र अपने सहयोगीयों के साथ मिलकर रचा गया था।
महिला व पति द्वारा न्यायालय में बयान दिए गए जिसमें भी उनके द्वारा यह पूरी बात बताई गई। उक्त प्रकरण मे चारों आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार किया और आरोपियों द्वारा भी पूरा षडयंत्र गोकुल सोनी के साथ मिलकर करना बताया गया।
गोकुल सोनी पूर्व में पीथमपुर मे सिक्यूरिटी गार्ड की नौकरी करता था एवं बाकी आरोपी भी वही पर नौकरी करते थें जिससे उनकी दोस्ती गोकुल से हो गई थी। गोकुल द्वारा इनको पैसों का प्रलोभन देकर षडयंत्र में शामिल किया गया था। जैसे ही महिला द्वारा सच्चाई स्वीकार की गई उसके बाद उसके बयानों की वीडियोग्राफी एवं न्यायालय में बयान दर्ज कराए गए।