मुंबई। ईरान के सिनेमा को दुनिया में सशक्त पहचान दिलाने वाले प्रसिद्ध फिल्म निर्माता एवं निर्देशक अब्बास कियारोस्तमी का 76 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
कैंसर संबंधी बीमारी से जूझ रहे अब्बास ने अपनी अंतिम सांसें पेरिस में लीं। उन्होंने वर्ष ईरान में 1979 में राजशाही के खात्मे के बाद आई इस्लामिक क्रांति की सफलता से पहले ही फिल्मों का निर्माण आरंभ कर दिया था किंतु इस्लामी क्रांति के बाद उन्हें सिनेमा जगत में अभूतपूर्व याति प्राप्त हुई।
उन्हें वर्ष 1986 में ईरान में आयोजित होने वाले पांचवें अंतर्राष्ट्रीय फज्र फ़ल्मि महोत्सव में ज्यूरी के विशेष पुरस्कार से समानित किया गया और उसके बाद उन्होंने ईरान से बाहर आयोजित होने वाले फ़ल्मिी मेलों में सबसे अधिक उपस्थिति दर्ज कराने का कीर्तिमान बनाया। 1997 में उन्होंने ‘टेस्ट आफ चेरी’ के लिए कैन्स में पास डि ओर का पुरस्कार हासिल किया।
रुस्तमी की फिल्में एक के बाद एक उनकी विशेष शैली में बनती गईं और ईरानी सिनेमा की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करती गईं। उनकी फिल्में ईरान ही नहीं बल्कि विश्व के अन्य स्थानों पर बनाई गई फ़ल्मिों से काफी हट कर थीं। अब्बास किया रुस्तमी की हर फिल्म सिनेमा के क्षेत्र में एक नया अनुभव समझी जाती थी। फिल्मों के विशेषज्ञ और अंतर्राष्ट्रीय आलोचक तक उन्हें सराहने पर विवश हो जाते थे।