नई दिल्ली। संसद से महज़ एक किलोमीटर की दूरी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में किसान गजेंद्र की आत्महत्या पर लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसान की ज़िंदगी से बढकर कुछ भी नहीं है।
मोदी ने कहा है कि किसानों को असहाय नहीं छोड़ा जाएगा । हमें ये देखना होगा कि पिछली और वर्तमान सरकार से क्या गलती हुई है। जो भी सुझाव आएंगे सरकार उसपर कदम उठाने को तैयार है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि गजेंद्र की खुदकुशी से देश पीड़ा में है। पहले, गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में दिल्ली पुलिस को क्लीनचिट देते हुए कहा कि गजेंद्र को पुलिस ने बचाने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को अपना काम करने से रोका।
राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि जब गजेंद्र झाड़ू को लेकर पेड़ पर चढ़ा तो आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तालियां बजाकर गजेंद्र को उकसाया।
राजनाथ सिंह के लोकसभा में बयान के चंद मिनट बाद ही आम आदमी पार्टी के नेताओं ने प्रेस वार्ता की और कहा है कि किसान की मौत पर राजनाथ को झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए।
‘आप’ नेता कुमार विश्वास ने कहा कि कल ही दिल्ली पुलिस ने कहा था कि पेड़ से उतारना उनका काम नहीं है, और आज राजनाथ सिंह कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गजेंद्र को पेड़ से उतारने से रोका। मीडिया के पास फूटेज है, वह सच्चाई दिखाए।
गौरतलब हो कि कल आम आदमी पार्टी की जंतर मंतर पर रैली के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में राजस्थान के एक किसान गजेंद्र सिंह ने पेड़ पर चढ़ कर खुदकुशी कर ली और अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई।
लेकिन इस बड़े हादसे के बाद भी अरविंद केजरीवाल ने अपनी रैली नहीं रोकी और किसान की मौत पर राजनीतिक बयान देकर इस पर राजनीति करने की कोशिश की।