इलाहाबाद़। नगर में दो थाना क्षेत्र में हुई हाॅकर व दो बेटियों की हत्या का खुलासा करते हुए करेली पुलिस ने रविवार की सुबह दूसरे नम्बर के दामाद व उसके जीजा को गिरफ्तार किया। लापता बेटी का शव पुलिस ने बरामद कर लिया।
उक्त मामले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर एवं नगर पुलिस अधीक्षक विपिन टांडा ने रविवार की शाम मीडिया को बताया कि 7 जनवरी को करेली थाना क्षेत्र के नयापुरा निवासी माधव प्रसाद व उसकी जेष्ठ बेटी अर्चना 30 वर्ष का शव घर के अन्दर पाया गया। दोनों की निर्मम हत्या की गई थी।
घटनास्थल पहुंचने के बाद पुलिस अधीक्षक अपराध इरफन अन्सारी, सीओ प्रथम रूपेश कुमार सिंह, इन्टेलीजेन्स विंग प्रभारी नागेश व प्रभारी निरीक्षक करेली जितेन्द्र कुमार सिंह ने जांच शुरू कर दी। पुलिस ने मृतका अर्चना के पति विश्वजीत सहित कुछ लोगों से पूंछताछ शुरू की।
इस दौरान पता चला कि मृतक की बेटी सुलोचना व उसका पति साहिल उर्फ वीरू केशरवानी निवासी सुलेमसराय थाना धूमनगंज गायब है। टीम ने पहले साहिल को उठाया। उसने पहले पुलिस को बहुत छकाया। हालांकि वह टूट गया।
वीरू ने बताया कि 2 जनवरी से कहीं भाग गई है। लेकिन पुलिस का शक गहराता गया। बाद में वीरू केशरवानी ने बताया कि सुलोचना से मेरी बुआ का बेटा राजकुमार पुत्र बदरी प्रसाद निवासी नुरूल्ला रोड थाना खुल्दाबाद के माध्यम से सम्बन्ध दो वर्ष पूर्व हुआ। इस दौरान दोनों गहरी दोस्ती हो गई और रिलेशन सिप में तब्दील हो गया।
सुलेचना के पिता व बहन के दबाव बनाने पर 20 जनवरी 2016 को काली माता मंदिर के पास शादी कर ली लेकिन यह बात मेरे परिवार के लोगों का अच्छा नही लगी। मैं किराये का कमरा लेकर मुण्डेरा बाजार भूसावली गली में सुलोचना के साथ रहने लगा।
इसके बाद मेरे परिवार के लोगों ने 16 फरवरी 2016 को मेरी शादी सुमन पुत्री भइयालाल निवासी कसारी-मसारी थाना धूमनगंज के साथ कर दी। मै परिवार वालों से छुपकर रात में सुलोचना के साथ रहता था और दिन में अपनी पहली पत्नी के साथ रहता था। लेकिन मेरी दूसरी पत्नी सुमन को शक हो गया तो वह विरोध करने लगी।
किसी तरह पांच महीने बीत गए। सुलोचना दूसरी पत्नी को तलाक देने का दबाव लगाने लगी। यह बात बीरू ने अर्चना व उसके पिता माधव प्रसाद को बताया। लेकिन वे लोग भी सुलोचना के पक्ष में खड़े हो गए। मै बुरी तरह फंस गया और अब मेरे पास सुलोचना को रास्ते से हटाने के अतिरिक्त कोई रास्ता नहीं था।
1 जनवरी 2017 की रात सुलोचना से विवाद हुआ और उसी रात मैने उसे रास्ते से हटाने का मन बना लिया 2 जनवरी की शाम चार बजे सुलोचना मेरे किराये के कमरे पर अपने गले में दुपट्टा डालकर सो रही थी। उसी से गला कसकर उसकी हत्या कर दी और रात भर शव पड़ा रहा।
दूसरे दिन 3 की रात मैने जीजा योगेश उर्फ सोनू वरमानी पुत्र जगदीश निवासी रोशनबाग थाना खुल्दाबाद को बुलाया और पूरी वारदात की जानकारी दी। दोनों मिलकर उसके शव को बाइक से मुण्डेरा मण्डी तालाब के पास ले गया और चेहरा कूंच दिया। उसके शरीर में पत्थर डालकर पानी में फेंक दिया।
पत्नी की हत्या करने के बाद ससुर माधव प्रसाद व उसकी बड़ी बेटी अर्चना को भी रास्ते से हटाने की योजना बनाई। योजना के तहत मोसल व चाकू एवं ताला खरीदा और उसे लेकर चार जनवरी को करेली ससुर के घर गया। जहां मौका नहीं मिला तो वापस लौट आया।
दूसरे दिन 5 जनवरी की शाम दूध लेकर पुनः पहुंचा तो अर्चना कहीं पेपर का पैसा लेने गई थी। ससुर माधव घर में अकेला था, उसके सिर में मूसल वे वार करके अचेत कर दिया और उसके मुह में कपड़ा लगा दिया और चाकू से गला रेतकर मार डाला और अर्चना के आने का इन्तजार करने लगा।
इस बीच वह पहुंची तो उसके अन्दर आते ही उसके सिर में वार किया, लेकिन वह बच गई और चीखकर भागने का प्रयास किया लेकिन उसकी आंगन में हत्या कर दी और रजाई डालकर घर में ताला बन्द किया और वहां से भाग निकला।
पुलिस ने मृतक माधव के तीसरे नम्बर के दामाद अजय निवासी दुर्गापुर कौशाम्बी की तहरीर पर पहले करेली में मुकदमा दर्ज किया और धूमनगंज थाने में हत्या एवं साक्ष्य गाबय करने का मामला बीरू केशरवानी के खिलाफ दर्ज किया गया है। सुलोचना का शव तालाब से निकालकर अन्त्य परीक्षण के लिए रविवार को भेजा दिया गया।
सुलोचना स्नातक करने के साथ हाॅकी की खिलाड़ी थी। वह अधिकतर खेलने भी जाती थी। मामले का खुलासा पर पुलिस टीम को आईजी व डीआईजी ने 15 हजार का इनाम देने को कहा है। सभी पुलिस कर्मियों को प्रमाणपत्र दिया जाएगा।