नई दिल्ली। हैदराबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एम.फिल के छात्र मुतुकृष्णन उर्फ कृष के स्थानीय मुनिरिका विहार क्षेत्र में सोमवार को फांसी लगाकर कथित आत्महत्या किए जाने को उसके पिता ने मंगलवार को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि उनके पुत्र की हत्या की गई है।
27 वर्षीय दलित छात्र कृष के परिवार ने दावा किया है कि वह बहुत मजबूत और सामाजिक रूप से काफी सक्रिय था। वह किसी भी परिस्थिति में आत्महत्या नहीं कर सकता। परिवार ने एम्स के चिकित्सकों के पैनल से असहमति जताते हुए चेन्नई के प्रतिष्ठित चिकित्सकों से शव परीक्षण कराने की इच्छा व्यक्त की है।
राष्ट्रीय दलित मानव अधिकार अभियान के एक सदस्य ने मंगलवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की। दिल्ली पुलिस के अनुसार कृष के पास कोई आत्महत्या का नोट नहीं प्राप्त हुआ है। विश्वविद्यालय के किसी मुद्दे को लेकर अपनी जान जाने का भी कोई सबूत नहीं मिला है।
वह भोजन करने अपने मित्र के घर आया था और भोजन के बाद उसने कहा था कि वह सोना चाहता है और उसने अन्दर से कमरा बंद भी कर लिया था। बाद में उसका शव पंखे से लटका पाया गया। वह जेएनयू में किसी राजनीतिक संगठन से भी नहीं जुड़ा था।
हालांकि 10 मार्च को उसने अपने फेसबुक पोस्ट पर दलितों के साथ भेदभाव किए जाने का उल्लेख किया था। गौरतलब है कि हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला की पिछले वर्ष हुई मौत को लेकर कई राजनीतिक दलों और संगठनों ने आन्दोलन चलाया था।