वाराणसी। ज्योति पर्व पर बुधवार को बाबा विश्वनाथ की नगरी में चहुंओर खुशियां अनार और चटाई पटाखा की तरह फुटती रही । तिमिर पर रौशनी की बरसात,दीयो की लौ, झिलमिलाती लड़िया इस कदर हावी थी कि लगता था कि धरा पर अन्धकार को रहने नही देगी।
दिन के तीसरे पहर से देर रात बच्चे युवा और परिवार के साथ खुशियां सांझा करने वाले लोगो ने जमकर आतिश बाजी का मजा लूटा। इसके पूर्व शाम ढ़लते ही घर की महिलाओ और बच्चो ने दीयो को सजा रंगोली अल्पना बनायी । छत,मुंडेर और बारजा सहित घर के आसपास बल्वो के लतर के साथ दिये जलाये विधि विधान से लक्ष्मी गणेश का पूजन किया।
उधर दुकानो प्रतिष्ठानो साफ सफाई के बाद चौघड़िया मुर्हुत में कर्मकांडी बाम्हणो द्यारा लक्ष्मी गणेश का विधि विधान से पूजन अर्चन के बाद नये बहिखाता तिजोरी का पूजन किया। और ग्राहको और परिचितो के बीच मिठाइयां गिफ्ट के रूप में बांटी ।
उधर महामना की बगिया काशी हिन्दू विविद्यालय,सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय,महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ परिसर में भी वरिष्ठ प्रोफेसरो आचार्यो कर्मचारियो ने विधि विधान और उमंग के बीच लक्ष्मी गणेश का पूजन किया।
रौशनी से सराबोर शहर और अपने घर मकान दुकान की सुन्दरता देख लोग सेल्फी भी लेते रहे। विद्युत झालरों से बीएचयू का सिंह द्वार,सामने स्थित महामना की आदमकद प्रतिमा भी रौशनी बिखेर रही थी। इसी तरह गंगा घाट और घाट किनारे स्थित मकान मंदिर रौशनी की आभा में दप दप करते रहें ।
खासतौर से रामनगर काा ऐतिहासिक दुर्ग की रोशनी का नजारा देखते ही बनता था। इसके पूर्व दीपावली पर बुधवार को सुबह से ही उत्साह का माहौल था। शहरवासी सुबह से ही लक्ष्मीजी के पूजन के लिए अपनी दुकानों, मकानों की सफाई करते देखे गए। सुबह से ही शहर में ठेले वाले अशोक के पत्ते, माला वालो ने अपनी अस्थायी दुकाने लगा ली थी। लोगों ने अशोक के पत्ते, फूल आदि खरीदकर दुकानों, मकानों पर सजाए।
दीपावली के बधाई का दौर
ज्योति पर्व पर लोग एक-दूसरे को बधाई देते हुए भी देखे गए। लोगों ने एसएमएस, मोबाइल,फेसबुक,ट्वीटर से भी एक-दूसरे को बधाई दी। पर्व पर शहर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहे। जिला प्रशासन ने आज भी खरीददारों की लंबी भीड़ को देखते हुए शहरभर में सुरक्षा व्यवस्था पर खासा ध्यान दिया। शहर में पुलिस बलो के साथ अर्धसैनिक बल के जवान लगातार गश्त करते रहे।
सैकड़ो कुन्तल फूलो की खपत
दीपावली पर्व पर कई कुन्तल फूलों की खपत हुयी। सबसे ज्यादा गेंदा फूलों की ब्रिकी हुई। इसके अलावा केले व आम के पत्तों से तोरण बनाया गया। घर के दरवाजों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर लोगों ने गेंदा के फूलों से सजावट कर दीपावली पर्व को सुगंधित कर दिया।
फड़ पर लाखो का वारा न्यारा
दीप पर्व पर परम्परानुसार लोगो ने जुआ भी खेला। कई फड़ो पर देर रात लोग बैठ कर सुरा के साथ हजारो लाखो का दाव लगा वारा न्यारा करते रहे। वही घरो में कौड़िया भी खेली गयी। जुआ गली कुंचो से लेकर फाइव स्टार होटलो और पाश कालोनियो में लोगो ने खेला। कई जगह लोग परिवार के साथ बैठ कर भी रम्मी खेलते रहे।